Edited By ,Updated: 03 Nov, 2015 01:47 PM
ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनेल लॉ बोर्ड के वरिष्ठ सदस्य की लिखी हुई एक किताब में चौंकाने वाले दावे किए गए हैं।
नई दिल्ली: ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनेल लॉ बोर्ड के वरिष्ठ सदस्य की लिखी हुई एक किताब में चौंकाने वाले दावे किए गए हैं। दावा है कि भगवान राम का जन्म अयोध्या नहीं, बल्कि नॉर्थ-वेस्ट इंडिया में हुआ था, जो कि अब पाकिस्तान है। जन्मभूमि विवाद अंग्रेजों की देन है और मर्यादा पुरूषोत्तम राम का जन्म जहां आज अयोध्या है, वहां नहीं हुआ था।
ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के एसिस्टेंट जनरल सेक्रेटरी और प्रवक्ता अब्दुल रहीम कुरैशी ने अपनी किताब में लिखा है कि राम का जन्म या उनका साम्राज्य गंगा के मैदानी क्षेत्र में था। राम के साम्राज्य की पहचान सप्त सिंधु के जरिए की गई है और ये क्षेत्र तो हरियाणा-पंजाब से लेकर पाकिस्तान और पूर्वी अफगानिस्तान तक फैला हुआ है।
कुरैशी ने अपनी किताब में लिखा है कि समय की गणना की हिंदू युग पद्घति के अनुसार श्री राम 24 या 28वें त्रेतायुग में पैदा हुए थे, और हम कलियुग के 28वें चक्र में हैं, जिसका मतलब ये है कि राम तकरीबन 180 लाख साल पहले पैदा हुए थे। दुनिया में कहीं भी लाखों साल पुराना अवशेष या खंडहर नहीं पाया गया। उन्होंने हिंदुओं की उस मान्यता को भी गलत बताया कि राम त्रेता युग में पैदा हुए थे।