Edited By shukdev,Updated: 08 Dec, 2018 08:28 PM
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री किरेन रिजिजू ने प्रवासी भारतीयों को देश की विकासगाथा का दूत बताते हुए आज कहा कि सरकार उनके महत्व को समझती है और उनके साथ संपर्क बनाए रखने के लिए एक सशक्त नीति लेकर आई है। रिजिजू ने उनसे भेंट करने आए प्रवासी भारतीय युवाओं के...
नई दिल्ली : केंद्रीय गृह राज्य मंत्री किरेन रिजिजू ने प्रवासी भारतीयों को देश की विकासगाथा का दूत बताते हुए आज कहा कि सरकार उनके महत्व को समझती है और उनके साथ संपर्क बनाए रखने के लिए एक सशक्त नीति लेकर आई है। रिजिजू ने उनसे भेंट करने आए प्रवासी भारतीय युवाओं के एक दल को संबोधित करते हुए कहा कि जब वे अपनी यात्रा से वापस लौटें तो उन्हें देश की विकासगाथा का दूत बनते हुऐ भारत के अपने अच्छे अनुभवों से पूरी दुनिया को अवगत कराना चाहिए।
सरकार प्रवासी भारतीयों के महत्व को समझती है और उनके साथ संपर्क बनाए रखने के लिए एक सशक्त नीति लेकर आई है। आठ देशों से आए ये युवा विदेश मंत्रालय और आंध्र प्रदेश सरकार की ओर से आयोजित ‘भारत को जानिए’ कार्यक्रम के तहत 25 दिवसीय भारत यात्रा पर आए हैं। गृह राज्य मंत्री ने उनसे कहा कि सरकार ने विकास को गति देने के लिए कई क्रांतिकारी सुधार किए हैं जो प्रवासी भारतीयों के लिए बड़े अवसर लेकर आए हैं। पिछले साढ़े चार साल के दौरान सरकार ने प्रवासी भारतीयों के लिए ‘स्टार्ट अप इंडिया’ और ‘मेक इन इंडिया’ जैसी योजनाओं में निवेश के लिए अवसर बनाए हैं।
नियमों में ढील देकर कारोबार करना आसान बनाया गया है। प्रवासी भारतीयों को देश में निवेश के बड़े अवसर प्रदान करने के लिए विनिवेश नीति पर विशेष जोर दिया है। रिजिजू ने प्रवासी भारतीय युवाओं से देश में ग्लोबल इनिशिएटिव फॉर एकेडमिक नेटवर्क, व्रज योजना, मिशन शोध गंगा तथा ऐसी ही र्कइ अन्य छात्रवृत्ति योजनाओं की जानकारी दी और उनसे इसका लाभ उठाने को कहा। उन्होंने छात्रों से 15 हजार फुट की ऊंचाई पर स्थित दूरदराज के गांवों को देखने के लिए समय निकालने का आह्वान किया।