Edited By Anil dev,Updated: 29 Jan, 2020 06:17 PM
अमेरिका में पांच कंपनियों और तीन व्यक्तियों के खिलाफ कथित रूप से फर्जी कॉल करके अमेरिकी ग्राहकों को परेशान करने और बुजुर्गों को वित्तीय नुकसान पहुंचाने के लिए मामला दर्ज किया गया है। इसमें अधिकतर कंपनियां भारत की हैं। विधि विभाग ने अपनी याचिका में...
वाशिंगटन: अमेरिका में पांच कंपनियों और तीन व्यक्तियों के खिलाफ कथित रूप से फर्जी कॉल करके अमेरिकी ग्राहकों को परेशान करने और बुजुर्गों को वित्तीय नुकसान पहुंचाने के लिए मामला दर्ज किया गया है। इसमें अधिकतर कंपनियां भारत की हैं। विधि विभाग ने अपनी याचिका में इन कॉलसेंटरों और फर्जी कॉल करने वालों के खिलाफ रोक लगाने की मांग की है।
विभाग का आरोप है कि इन कंपनियों को कई बार फर्जी कॉल नहीं करने की चेतावनी दी गयी। इसमें कुछ लोग सरकार की ओर से या किसी कारोबार की ओर से कॉल करते हैं। लेकिन इसके बावजूद उन्होंने ऐसा करना जारी रखा है और अमेरिकियों को लक्ष्य बनाकर विदेशों से धोखाधड़ी योजनाओं का परिचालन किया जा रहा है। विभाग ने मंगलवार को कहा कि इसमें से अधिकतर कॉल भारत से आए और इससे बुजुर्गों समेत कई लोगों को वित्तीय नुकसान उठाना पड़ा है।
इस संबंध में ई-कॉमर्स नेशनल एलएलसी डी..बी..ए.., टोलफ्रीडील्स डॉट कॉम, एसआईपी रिटेल डी.बी..ए, स्पायरटेल डॉट कॉम और इनके परिचालक या मालिक निकोलस पलुंबो, नताशा पलुंबो, के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। इसके अलावा ग्लोबल वायसकॉम इंक, ग्लोबल टेलीकम्युनिकेशंस सर्विसेस, कैट टेलीकॉम, आईपी डिश और इसके संचालक जॉन काहेन के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है।