Edited By Seema Sharma,Updated: 12 Aug, 2018 08:51 AM
मनहूस मोटर व्हीकल संशोधन बिल पिछले 2 वर्षों से लटक रहा है और इस बार फिर राज्यसभा से पारित नहीं हो पाया। अब यह विधेयक संसद के शीतकालीन सत्र में पेश होगा और वह भी चुनावों के मौके पर। केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी का महत्वपूर्ण बिल अब दफन हो गया...
नेशनल डेस्कः मनहूस मोटर व्हीकल संशोधन बिल पिछले 2 वर्षों से लटक रहा है और इस बार फिर राज्यसभा से पारित नहीं हो पाया। अब यह विधेयक संसद के शीतकालीन सत्र में पेश होगा और वह भी चुनावों के मौके पर। केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी का महत्वपूर्ण बिल अब दफन हो गया लगता है। हताश गडकरी बिल को रोकने के लिए भ्रष्ट आर.टी.ओ. (रिजनल ट्रांसपोर्ट अफसर) एसोसिएशन लॉबी पर बरस रहे हैं और राज्यों की सभी शिकायतों को दूर किए जाने के बावजूद इस कानून को लॉबी करने वालों ने अवरुद्ध कर दिया है।
भीतरी सूत्रों का कहना है कि भाजपा नेतृत्व इस बात का इच्छुक नहीं था कि यह विधेयक पारित हो और गडकरी अनावश्यक ढंग से एसोसिएशन पर दोष लगा रहे हैं। यह भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ही हैं जिन्होंने संसदीय मामलों के मंत्री अनंत कुमार को बताया कि इस बिल को फिर से राज्यसभा की सूची में न रखा जाए।
गडकरी ने इससे पहले भी कई अफसरों पर आर.टी.ओ. अधिकारियों को लताड़ लगाई। हर वर्ष सड़क दुर्घटना में 1.5 लाख से अधिक मौतें हो रही हैं। सूत्रों का कहना है कि गडकरी अपने स्तर से बहुत ऊंचे हो गए हैं और भाजपा उच्च कमान उनकी बढ़ रही लोकप्रियता से बहुत चिंतित है और इसलिए उनके पर कतरे गए हैं।