Edited By Punjab Kesari,Updated: 04 May, 2018 05:43 PM
जम्मू कश्मीर वर्कर्स एण्ड हैल्पर्स यूनियन ने राज्य की भाजपा-पीडीपी गठबंधन सरकार से पुन: अपील की कि आंगनवाड़ी वर्करों और हैल्परों की मांगों को पूरा करें अन्यथा वर्करों को अपना आंदोलन और उग्र करना पड़ेगा जिसकी जिम्मेदारी सरकार की होगी।
जम्मू : जम्मू कश्मीर वर्कर्स एण्ड हैल्पर्स यूनियन ने राज्य की भाजपा-पीडीपी गठबंधन सरकार से पुन: अपील की कि आंगनवाड़ी वर्करों और हैल्परों की मांगों को पूरा करें अन्यथा वर्करों को अपना आंदोलन और उग्र करना पड़ेगा जिसकी जिम्मेदारी सरकार की होगी। अपनी लंबित मांगों को लेकर आंगनवाड़ी वर्करों और हैल्परों ने सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया।
प्रदर्शनकारियों को सम्बोधित करते हुए यूनियन की अध्यक्ष सुमन सूरी ने कहा कि आंगनबाड़ी वर्कर किसी भी सूरत में अपना हक नहीं छोडेंगी और न्याय की लड़ाई आखिरी दम तक जारी रहेगी। अगर सरकार काम लेना जानती है तो वर्कर अपना हक भी लेना जानती हैं। राज्य सरकार 1 दर्जन से अधिक विभागों में आंगनवाड़ी वर्करों और हैल्पर काम कर रहे हैं ताकि राज्य में केन्द्र की योजनाओं को सफल बनाया जा सके लेकिन सरकार केवल 3600 रूपए प्रति माह वेतन दे रही है जो आज किसी दिहाड़ीदार मजदूर का भी नहीं है। उन्होंने कहा कि केवल 120 रूपए दैनिक वेतन से घर का गुजारा संभव नहीं है। जबकि हैल्परों को 1800 रूपए यानि 60 रूपए दैनिक वेतन दिया जा रहा है। राज्य में गत 10 वर्षों से वर्करों व हैल्परों की वेतन में वृद्धि भी नहीं हुई है।
एसोसिएशन की मांगें :
1. आगनवाडी वर्करों के वेतन को ा0,000 तथा हैल्परों के वेवतन को 6000 रूपए प्रतिमाह करना
2. 10 वर्ष के सेवाकाल के बाद वर्करों को नियमित करना।
3. वर्करों के हित में पी.पी.एफ. व ग्रेजुएटी का प्रावधान करना।
4. पदोन्नति के समय वर्करों व हैल्परों को प्रताडि़त न करना।
5. वर्करों को 15 दिन की कैजुअल लीव व 30 दिन की अर्नड लीव जारी करना।
6. वर्करों के हित में ग्रुप बीमा योजना का लाभ।
7. वर्ष में एक बार डी.पी.सी. की बैठक आयेाजित करना।
8. वर्करों व हैल्परों के हित में नई पेंशन योजना लागू करना।
9. मकान किराया सहित अन्य भत्तों का समय पर भुगतान करना।