Edited By Punjab Kesari,Updated: 12 Dec, 2017 08:30 PM
जनलोकपाल आंदोलन की अगुवाई कर रहे समाजसेवी अन्ना हजारे ने आगरा से हुंकार भरते हुए कहा कि इस आंदोलन से अब कोई केजरीवाल नहीं आएगा। गांधीवादी नेता ने मंगलवार को कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मेरा कोई संबंध नहीं है, अब मैं अपने आंदोलन...
नेशनल डेस्क: जनलोकपाल आंदोलन की अगुवाई कर रहे समाजसेवी अन्ना हजारे ने आगरा से हुंकार भरते हुए कहा कि इस आंदोलन से अब कोई केजरीवाल नहीं आएगा। गांधीवादी नेता ने मंगलवार को कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मेरा कोई संबंध नहीं है, अब मैं अपने आंदोलन से दूसरा केजरीवाल नहीं निकलने दूंगा। उन्होंने कहा कि मेरे अगले आंदोलन में शामिल होने वालों से इस बात का शपथ पत्र लिया जाएगा कि वे न तो किसी पार्टी में शामिल होंगे और न ही कोई पार्टी बनाएंगे। अन्ना ने नरेंद्र मोदी और राहुल गांधी, दोनों के विकल्प को खारिज कर दिया।
लोकपाल के लिए कांग्रेस और भाजपा दोषी
संजय प्लेस स्थित शहीद स्मारक पर आयोजित जनसभा में अन्ना ने कहा कि हमें भाजपा और कांग्रेस सरकार नहीं चाहिए। क्योंकि इनके जहन में उद्योगपति और इंडस्ट्री है, आम जनता नहीं। उन्होंने कहा कि पहले मोदी जी मेरी बात करते थे, जब किसानों की बात करने लगा तो उन्हे एलर्जी हो गई। वो मुझसे दूर रहने लगे। लोकपाल के लिए कांग्रेस और भाजपा दोनों दोषी है।
मोदी पर साधा निशाना
समाजसेवी ने कहा कि 23 मार्च, 2018 से दिल्ली के रामलीला मैदान में होने जा रहे तीन सूत्रीय आंदोलन में लोकपाल की नियुक्ति, किसानों की समस्या, चुनाव सुधार को लेकर जनता में जागरूकता पैदा करने का लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि घोषणा की कि वह न तो किसी पार्टी का समर्थन करेंगे और ना ही किसी पार्टी से किसी को चुनाव लड़वाएंगे। वहीं, जीएसटी और नोटबंदी पर उन्होंने कहा कि सरकार का कहना कि बैंकों का 99 प्रतिशत पैसा जमा हो गया है तो कालाधन कहां गया। अन्ना ने मोदी सरकार पर भी जमकर निशाना साधते हुए कहा कि पीएम ने वादा किया था कि 30 दिन के अंदर कालाधन वापस देश में आएगा और हर आदमी के खाते में 15-15 लाख रुपये होंगे लेकिन किसी के खाते में 15 रुपये तक नहीं आये।