Edited By Punjab Kesari,Updated: 26 May, 2018 07:44 PM
सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने इस साल 29 मार्च को किसानों की समस्याओं और लोकपाल के मुद्दे पर उनके आंदोलन के दौरान केन्द्र सरकार द्वारा किए गए वादों की प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को याद दिलाते हुए इनके अब तक पूरा नहीं होने की बात कही है। हजारे ने...
नई दिल्ली: सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने इस साल 29 मार्च को किसानों की समस्याओं और लोकपाल के मुद्दे पर उनके आंदोलन के दौरान केन्द्र सरकार द्वारा किए गए वादों की प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को याद दिलाते हुए इनके अब तक पूरा नहीं होने की बात कही है। हजारे ने प्रधानमंत्री कार्यालय में मंत्री जितेन्द्र सिंह को लिखे पत्र में लिखा कि किसानों को उपज का उचित मूल्य दिलाने की मांग को लेकर उनके अनशन के दौरान सरकार ने कृषि मूल्य आयोग को स्वायत्तता देने के लिए उच्च स्तरीय विशेषज्ञ समिति का गठन कर इन दिशा में कारगर कदम उठाने का आश्वासन दिया था।
उन्होंने कहा ‘अब आपकी सरकार को चार साल पूरे हो रहे है। लेकिन 29 मार्च को अनशन खत्म करते समय आपसे मिले आश्वासनों पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।’ हजारे ने उन्हें याद दिलाया कि आगामी दो अक्टूबर तक सरकार को इन आश्वासनों को पूरा करना है।
मोदी सरकार के चार साल पूरे होने पर शनिवार को अखबारों में व्यापक पैमाने पर प्रकाशित विज्ञापनों का हवाला देते हुए हजारे ने कहा कि इन विज्ञापनों में भ्रष्टाचार रोकने के लिए लोकपाल के गठन को लेकर कोई जानकारी नहीं है। उन्होंने इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कि अगर सरकार उन्हें दिए गए आश्वासन पूरे नहीं कर पाती है तो आगामी दो अक्टूबर को वह अपने गांव रालेगणसिद्धी में आंदोलन शुरू करेंगे।