Edited By Yaspal,Updated: 02 Feb, 2021 06:24 PM
भारतीय किसान यूनियन (अराजनीतिक) के नेता राकेश टिकैत ने मंगलवार को कहा कि किसान आंदोलन अक्टूबर से पहले खत्म नहीं होगा और हमारा नारा है कि कानून वापसी नहीं, तो घर वापसी नहीं। इससे पहले शिवसेना नेता संजय राउत ने मंगलवार को दिल्ली-उत्तर प्रदेश सीमा पर...
नेशनल डेस्कः भारतीय किसान यूनियन (अराजनीतिक) के नेता राकेश टिकैत ने मंगलवार को कहा कि किसान आंदोलन अक्टूबर से पहले खत्म नहीं होगा और हमारा नारा है कि कानून वापसी नहीं, तो घर वापसी नहीं। इससे पहले शिवसेना नेता संजय राउत ने मंगलवार को दिल्ली-उत्तर प्रदेश सीमा पर गाजीपुर में किसानों के प्रदर्शन स्थल पर भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) नेता राकेश टिकैत से मुलाकात की। किसानों के विरोध स्थल पर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है।
राउत दोपहर में करीब एक बजे यहां पहुंचे और मंच के पास टिकैत और अन्य प्रदर्शनकारियों से मुलाकात की। उस समय राउत सहित कुछ लोगों ने ही मास्क पहन रखे थे। राउत ने कहा, ‘‘26 जनवरी के बाद जिस तरह से यहां तोड़फोड़ हुई और टिकैत तथा आंदोलन के दमन की कोशिश की गई, हमने महसूस किया कि किसानों के साथ खड़े रहना और पूरे महाराष्ट्र, शिवसेना और उद्धव ठाकरे साहब की ओर से समर्थन करना हमारी जिम्मेदारी है।'
टिकैत ने कहा कि किसानों का विरोध राजनीतिक नहीं है और किसी राजनीतिक दल के नेता को मंच पर स्थान या माइक नहीं दिया गया है. वर्ष 2019 तक भाजपा के नेतृत्व वाले राजग की प्रमुख सहयोगी शिवसेना उन 19 विपक्षी दलों में से एक है, जिसने 29 जनवरी को राष्ट्रपति के अभिभाषण का बहिष्कार किया और किसानों के आंदोलन को समर्थन दिया है।
इससे पहले शिरोमणि अकाली दल, आम आदमी पार्टी, कांग्रेस, राष्ट्रीय लोक दल, समाजवादी पार्टी सहित अन्य दलों के नेताओं ने गाजीपुर का दौरा किया था। बीकेयू के नेतृत्व में प्रदर्शनकारी किसान दो महीने से अधिक समय से यहां डटे हुए हैं। प्रदर्शनकारी किसान नए कृषि कानूनों का विरोध कर रहे हैं।