Edited By rajesh kumar,Updated: 30 Jul, 2024 06:25 PM
समाजवादी पार्टी (सपा) सुप्रीमो अखिलेश यादव और भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर के बीच मंगलवार को लोकसभा में अग्निवीरों के मुद्दे और सशस्त्र बलों में नियमित जवानों की तुलना में उनके साथ 'बेहद घटिया व्यवहार' को लेकर तीखी नोकझोंक हुई।
नेशनल डेस्क: समाजवादी पार्टी (सपा) सुप्रीमो अखिलेश यादव और भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर के बीच मंगलवार को लोकसभा में अग्निवीरों के मुद्दे और सशस्त्र बलों में नियमित जवानों की तुलना में उनके साथ 'बेहद घटिया व्यवहार' को लेकर तीखी नोकझोंक हुई। इस नोंकझोंक में दोनों ने सेना के साथ अपने संबंधों का हवाला दिया। सपा प्रमुख ने भाजपा सांसद से कहा कि वह उन्हें चुनौती न दें, क्योंकि वह सैन्य स्कूल से पासआउट हैं। इस पर अनुराग ठाकुर ने कहा मैं सेना में कैप्टन के पद पर कार्यरत हूं। उनके बीच हुई इस नोकझोंक के बाद सभापति को हस्तक्षेप करना पड़ा, लेकिन दोनों एक-दूसरे पर हमला करते रहे।
अखिलेश ने दावा किया कि अग्निपथ योजना युवाओं के लिए 'आपदा' साबित हुई है और केंद्र सरकार को भी अपनी गलती का एहसास हो रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि कई राज्य सरकारों पर संबंधित पुलिस और प्रांतीय सशस्त्र बल में 'कोटा' देकर अग्निवीरों को 'समाहित' करने के लिए दबाव डाला जा रहा है। अखिलेश ने पूछा, "अगर अग्निपथ योजना में कोई खामियां या खामियां नहीं थीं, तो भाजपा के नेतृत्व वाली राज्य सरकारें एक के बाद एक उन्हें नामांकित करने के लिए कार्यक्रम क्यों घोषित कर रही हैं।"
अग्निपथ योजना में 100 फीसदी रोजगार का प्रावधान
पूर्व केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने सपा प्रमुख के बयान पर आपत्ति जताते हुए कहा कि अग्निपथ योजना के तहत 100 फीसदी रोजगार का प्रावधान है। उन्होंने अपने गृह राज्य हिमाचल प्रदेश के सैन्य बलों में सेवा देने के इतिहास और विरासत का भी हवाला दिया और कहा कि राज्य को देश का पहला परमवीर चक्र प्राप्त करने का दुर्लभ गौरव प्राप्त है। उन्होंने कहा, "कारगिल युद्ध में भी सर्वोच्च बलिदान देने वाले सैनिकों की अधिकतम संख्या हिमाचल प्रदेश से थी।"
चुनौती न दें, मैं मिल्ट्री स्कूल से पासआउट हूं- अखिलेश
सपा प्रमुख ने कहा कि वह सैन्य सम्मानों की संख्या भी बता सकते हैं और भाजपा सांसद से कहा कि वह उन्हें चुनौती न दें, क्योंकि वह सैन्य स्कूल से पासआउट हैं। अनुराग ठाकुर ने तुरंत पलटवार करते हुए सपा सुप्रीमो को सलाह दी कि वह उन्हें सैन्य बलों से संबंधित मामलों पर 'लेक्चर' न दें, क्योंकि वह खुद एक सेवारत अधिकारी हैं। भाजपा सांसद ने कहा, "मैं प्रादेशिक सेना में कैप्टन के पद पर कार्यरत हूं। अखिलेश जी, राहुल गांधी की तरह सिर्फ ज्ञान बांटते मत रहिए।"
लोकसभा में अपनी पार्टी के 37 सांसदों को जिताने वाले अखिलेश ने सत्ता पक्ष पर कटाक्ष करते हुए कहा, "उत्तर प्रदेश जैसे राज्य में हार के कारण उनका दर्द वे समझ सकते हैं।" उन्होंने यह भी कहा कि जब भी भारतीय जनता पार्टी सत्ता में आएगी, वह विवादास्पद अग्निपथ योजना को निरस्त करने से पीछे नहीं हटेगी।