Edited By vasudha,Updated: 06 Oct, 2020 01:21 PM
भारत के सेना प्रमुख जनरल एम. एम. नरवणे और विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने सोमवार को म्यामां की नेता आंग सान सू ची से मुलाकात की और सीमा क्षेत्रों में सुरक्षा एवं स्थिरता के रखरखाव सहित कई महत्वपूर्ण द्विपक्षीय मुद्दों को लेकर चर्चा की। जनरल नरवणे...
नेशनल डेस्क: भारत के सेना प्रमुख जनरल एम. एम. नरवणे और विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने सोमवार को म्यामां की नेता आंग सान सू ची से मुलाकात की और सीमा क्षेत्रों में सुरक्षा एवं स्थिरता के रखरखाव सहित कई महत्वपूर्ण द्विपक्षीय मुद्दों को लेकर चर्चा की। जनरल नरवणे और श्रृंगला ने म्यामां के शीर्ष जनरल मिन आंग से भी मुलाकात की और द्विपक्षीय महत्व वाले मुद्दों पर वार्ता की।
जनरल नरवणे और श्रृंगला रविवार को दो दिन की म्यामां यात्रा पर पहुंचे, जिसका उद्देश्य रक्षा और सुरक्षा समेत अनेक क्षेत्रों में संबंधों का और विस्तार करना है। भारतीय दूतावास ने कहा कि भारतीय सेना प्रमुख और विदेश सचिव ने सोमवार को सू ची के साथ मुलाकात की और महत्वपूर्ण द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा की।
विदेश मंत्रालय की ओर से जारी एक बयान के मुताबिक दोनों पक्षों ने अपने सीमावर्ती क्षेत्रों में सुरक्षा और स्थिरता को बनाए रखने पर चर्चा की और उस प्रतिबद्धता को दोहराया कि वे अपने-अपने क्षेत्रों को एक-दूसरे के खिलाफ अनैतिक गतिविधियों के लिए इस्तेमाल करने की अनुमति नहीं देंगे।
जनरल नरवणे और श्रृंगला का दौरा ऐसे समय में महत्वपूर्ण माना जा रहा है जब भारतीय सेना का पूर्वी लद्दाख में चीन की सेना के साथ सीमा पर गतिरोध जारी है तथा कोरोना वायरस महामारी के बीच विदेश यात्राओं पर पाबंदी भी लगी हुई है। म्यामां, भारत के रणनीतिक पड़ोसी देशों में से एक है जो उग्रवाद प्रभावित नगालैंड और मणिपुर समेत उत्तर पूर्व के कई राज्यों के साथ 1,640 किलोमीटर लंबी सीमा साझा करता है।