Edited By Punjab Kesari,Updated: 23 Feb, 2018 09:17 PM
लंबे समय से हथियारों की कमी से जूझ रही भारतीय सेना अत्याधुनिक हथियारों से लैस होने जा रही है। सेना ने जवानों को अत्याधुनिक रायफलों से लैस करने की सरकार की मुहिम के तहत साढे पांच लाख असाल्ट रायफलों की खरीद की दिशा में पहला कदम उठाते हुए टेंडर...
नई दिल्ली: लंबे समय से हथियारों की कमी से जूझ रही भारतीय सेना अत्याधुनिक हथियारों से लैस होने जा रही है। सेना ने जवानों को अत्याधुनिक रायफलों से लैस करने की सरकार की मुहिम के तहत साढे पांच लाख असाल्ट रायफलों की खरीद की दिशा में पहला कदम उठाते हुए टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी। सेना के सूत्रों के अनुसार उसने असाल्ट रायफल बनाने वाली इच्छुक कंपनियों से जानकारी देने का अनुरोध किया है।
ये रायफलें मेक इन इंडिया श्रेणी के तहत खरीदी जाएंगी। साथ ही 6 हजार स्नाइपर रायफलों के लिए भी जानकारी पत्र दोबारा मांगे गए हैं। यह कदम ज्यादा से ज्यादा कंपनियों को इस प्रक्रिया में शामिल करने और छूटी हुई कंपनियों को एक मौका देने के लिए उठाया गया है।
विक्रेताओं को चार सप्ताह में यह जानकारी देनी होगी क्योंकि सेना मार्च के अंत में इस सौदे से संबंधित अनुरोध प्रस्तावों को मांगने की योजना बना रही है। अभी तीनों सेनाओं को लगभग साढे आठ लाख असाल्ट रायफलों की जरूरत है। इनमें से लगभग सात लाख की जरूरत अकेले सेना को है जो 1970 के दशक से चली आ रही इंसास रायफलों को बदलना चाहती है।
असाल्ट रायफलों के सौदे में आयुध फैक्ट्रियों फैक्ट्रियों लगभग पौने दो लाख रायफलों की आपूर्ति करनी है जिसके लिए जानकारी पत्र के बजाय सीधे टेंडर की जरूरत होगी। सरकार सेना को दो मोर्चों पर एक साथ अभियान चलाने में सक्षम बनाने के लिए सुनियोजित तरीके से उन्हें आधुनिक हथियारों से लैस करने में लगी है।