Edited By Punjab Kesari,Updated: 14 Aug, 2017 12:18 PM
बिहार के बाढ़ग्रस्त जिलों में लोगों के बचाव का कार्य सेना ने अपने कंधों पर ले लिया है। सेना द्वारा लोगों को राहत पुहंचाने के लिए हर कोशिश की जा रही है।
पटनाः बिहार के बाढ़ग्रस्त जिलों में लोगों के बचाव का कार्य सेना ने अपने कंधों पर ले लिया है। सेना द्वारा लोगों को राहत पुहंचाने के लिए हर कोशिश की जा रही है। उड़ीसा के भुवनेश्वर से एनडीआरएफ की टीम बिहार के बाढ़ प्रभावित इलाकों में बचाव कार्यो के लिए सैन्य हवाई अड्डे से जिला पूर्णिया में दाखिल हो चुकी है। राज्य सरकार ने बाढ़ग्रस्त इलाके के लोगों को हौंसला बनाए रखने को कहा हेै। एनडीआरएफ की इस टीम में 160 जवान शामिल हैं। टीम द्वारा बचाव कार्यो की शुरुआत कर दी गई है। बाढ़ प्रभावित इलाके में फंसे लोगों को निकालने के लिए एसडीआरएफ की टीमों ने काम शुरू कर दिया गया है।
वहीं दूसरी तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सीएम नीतीश कुमार से बात करके प्रदेश में बाढ़ की स्थिति की पूरी जानकारी ली। जिलाधिकारी प्रदीप कुमार झा ने बताया है कि 50 हजार सूखे राशन के पैकेटों को बाढ़ग्रस्त इलाकों में उपलब्ध करवाया जाएगा। उन इलाकों में भोजन और चिकित्सा की उचित व्यवस्था की गई है। हर प्रकार की परिस्थिति का सामना करने के लिए सेना का एक अन्य दल भी पूर्णिया पहुंचने वाला है। यह दल किशनगंज जिले की हर परिस्थिति पर नजर बनाए रखेंगा।
आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने कहा कि सबसे ज्यादा बाढ़ का असर किशनगंज, पूर्णिया, अररिया के इलावा बेतिया व मोतिहारी में देखा गया है। एनडीएआरएफ की पांच टीम किशनगंज, दो पूर्णिया, एक अररिया में तैनात कर दी गई है। एसडीआरएफ की टीमों को भी सभी बाढ़ग्रस्त इलाकों में भेजा जा रहा है।