Edited By Punjab Kesari,Updated: 10 Jun, 2018 11:30 PM
रूस निर्मित 130 एमएम की एक तोप को 155 एमएम क्षमता में सफलतापूर्वक अपग्रेड करने के बाद ऑर्डनेंस फैक्ट्री बोर्ड (ओएफबी), कोलकाता को इन आयातित तोपों को अपग्रेड करने का सेना से ‘थोक आर्डर’ शीघ्र ही मिल सकता है। इन तोपों को अपग्रेड करने से इनकी...
जबलपुर: रूस निर्मित 130 एमएम की एक तोप को 155 एमएम क्षमता में सफलतापूर्वक अपग्रेड करने के बाद ऑर्डनेंस फैक्ट्री बोर्ड (ओएफबी), कोलकाता को इन आयातित तोपों को अपग्रेड करने का सेना से ‘थोक आर्डर’ शीघ्र ही मिल सकता है। इन तोपों को अपग्रेड करने से इनकी मारक क्षमता बढ़ेगी।
गन कैरिज फैक्ट्री, जबलपुर के वरिष्ठ महाप्रबंधक एस के सिंह ने बताया, ‘हम रूस निर्मित 130 एमएम एम-46 तोपों को 155 एमएम 45 एमएम केलीबर तोप में अपग्रेड करने के लिए सेना से आर्डर का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। इस आर्डर के लिए सेना के साथ ओएफबी की बातचीत अंतिम चरण में है। ओएफबी को उम्मीद है कि 1950 एवं 1970 के दशक के बीच आयातित इन तोपों को अपग्रेड करने के लिए सेना से आर्डर मिल जाएगा।’
उन्होंने कहा, ‘कानपुर स्थित दो अन्य आयुध फैक्टरियों की मदद से जबलपुर गन कैरिज फैक्ट्री सेना द्वारा उपयोग की जा रही इन 300 तोपों को अपग्रेड करेगी।’ सिंह ने बताया कि इस प्रत्येक तोप को अपग्रेड करने में करीब एक करोड़ रुपए की लागत आएगी। ऑर्डनेंस फैक्ट्री, कानपुर स्थित ऑर्डनेंस डेवलप्मेंट सेंटर के डायरेक्टर रितुराज द्विवेदी ने बताया, ‘आर्डर अंतिम चरण में है। यह हमें अगले डेढ़ महीने में मिल जाएगा। सेना से आर्डर मिलने के बाद उम्मीद है कि हम चार सालों में इन तोपों के अपग्रेडेशन का काम पूरा कर देंगे।’