Edited By ,Updated: 01 Apr, 2015 04:17 PM
जम्मू-कश्मीर में पर्यटन से जुड़े लोग निजी समाचार चैनलों द्वारा राज्य में आई बाढ़ को लेकर ‘दहशत’ का माहौल बनाए जाने से बेहद नाराज हैं।
श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर में पर्यटन से जुड़े लोग निजी समाचार चैनलों द्वारा राज्य में आई बाढ़ को लेकर ‘दहशत’ का माहौल बनाए जाने से बेहद नाराज हैं।
उनका आरोप है कि इस घटना को बढ़ा-चढ़ाकर दिखाए जाने के कारण पर्यटन मौसम शुरू होने से पहले ही काफी लोगों ने यहां आने का इरादा बदल दिया है।
टे्रवेल एजैंट, उमर मलिक ने बताया, ‘‘बाढ़ की स्थिति खत्म हो गई है, लेकिन टी.वी. चैनल वाले अभी भी दिखा रहे हैं कि कश्मीर में बाढ़ की स्थिति है। उन्हें यह समझना चाहिए कि आने वाला मौसम घाटी के लिए कितना महत्वपूर्ण है।’’
शनिवार और रविवार को हुई लगातार बारिश के कारण घाटी में झेलम और अन्य नदियों के जलस्तर में अचानक वृद्वि हो गई थी, जिसके कारण कश्मीर में बाढ़ का खतरा उत्पन्न हो गया था।
हालांकि पिछले 2 दिन से मौसम सामान्य बना हुआ है और झेलम और उसकी सहायक नदियों का जल स्तर कम हुआ है। यहां स्थित एक होटल के प्रबंधक मसरूर हुसैन ने कहा, ‘‘चैनलों पर अभी भी ऐसे दृश्य दिखाए जा रहे हैं जैसे पूरा कश्मीर बाढ़ की चपेट में है।
उन्हें वास्तविक स्थिति दिखानी चाहिए।’’ उन्होंने कहा कि कश्मीर में बाढ़ के हालात को लेकर मीडिया के लगातार खबरें दिखाते रहने से पर्यटन के इस सीजन में यहां आने का इरादा करने वाले लोगों में से करीब 50 प्रतिशत ने अपना इरादा बदल दिया है और अपनी बुकिंग रद्द करवा दी है।