एक हो गया जनता दल, नेताजी बने अध्यक्ष

Edited By ,Updated: 15 Apr, 2015 06:46 PM

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नई दिल्ली: करीब छह महीने की कवायद के बाद आज जनता दल परिवार के छह दलों के विलय की औपचारिक घोषणा कर दी गई और समाजवादी पार्टी के प्रमुख मुलायम सिंह यादव को नवगठित पार्टी का का अध्यक्ष बनाया गया। यादव के निवास पर हुई बैठक में जनता परिवार के छह दलों ने...

नई दिल्ली: करीब छह महीने की कवायद के बाद आज जनता दल परिवार के छह दलों के विलय की औपचारिक घोषणा कर दी गई और समाजवादी पार्टी के प्रमुख मुलायम सिंह यादव को नवगठित पार्टी का का अध्यक्ष बनाया गया। यादव के निवास पर हुई बैठक में जनता परिवार के छह दलों ने आपस में मिलकर नया दल गठित किया लेकिन इसका अभी नामकरण नहीं किया गया है और न ही इसके चुनाव चिह्न और झंडे के बारे में कोई फैसला किया गया है।
 
यादव नवगठित पार्टी के अध्यक्ष होने के साथ-साथ संसदीय बोर्ड के भी अध्यक्ष होंगे। बैठक के बाद जनता दल यू के अध्यक्ष शरद यादव ने बताया कि पार्टी के नाम, चुनाव चिह्न और झंडे के बारे में फैसला करने के लिए एक समिति गठित की गई है जिसमें मुलायम सिंह यादव के अलावा जनता दल एस के अध्यक्ष और पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवेगौड़ा, राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव, शरद यादव, इंडियन नेशनल लोकदल के नेता ओम प्रकाश चौटाला और समाजवादी जनता पार्टी के अध्यक्ष कमल मोरारका शामिल होंगे।
 
बिहार विधानसभा के इस साल के आखिर में होने वाले चुनाव को देखते हुए इन दलों के विलय को महत्वपूर्ण माना जा रहा है। बैठक में यादव के अलावा उनकी पार्टी के महासचिव रामगोपाल यादव, राष्ट्रीय जनता दल के प्रमुख लालू प्रसाद यादव, जनता दल यू के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तथा पार्टी महासचिव के सी त्यागी, जनता दल एस के अध्यक्ष एवं पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवेगौड़ा, समाजवादी जनता पार्टी के प्रमुख कमल मोरारका और इंडियन नेशनल लोकदल के अभय चौटाला ने हिस्सा लिया। 
 
भारतीय जनता पार्टी के सत्ता में आने के बाद से ये दल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों का विरोध कर रहे थे और नई राजनीतिक चुनौतियों को देखते हुए पिछले छह महीने से आपसी विलय की कवायद में लगे थे। इस संबंध में उनकी पहली औपचारिक बैठक चार दिसंबर को मुलायम सिंह यादव के घर पर हुई थी, जिसमें उन्होंने आपस में मिलने की दिशा में आगे बढऩे का फैसला किया था और यादव को विलय प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के लिए अधिकृत किया था। 
 
इन दलों में से संसद में सबसे ज्यादा सांसद समाजवादी पार्टी के हैं। इस पार्टी के लोकसभा में पांच और राज्यसभा में 15 सदस्य हैं। राजद के लोकसभा में चार सदस्य हैं, जबकि जदयू, जद (एस ) और इनेलो के दो-दो सदस्य हैं। राज्यसभा में जदयू के 12 सदस्य हैं जबकि इनेलो, जद (एस )और राजद का एक-एक सदस्य है। राज्य सभा में इन दलों के कुल 30 सदस्य हैं।

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