इन घरों को देखकर आप भी कहेंगे छोटे मगर लाजवाब

Edited By ,Updated: 21 May, 2015 01:45 AM

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भविष्य में साफ वातावरण के लिए यूरोप के कई हिस्सों में लोग नए-नए आईडिया लगाकर ऐसे घर तैयार कर रहे हैं। जिनका क्षेत्रफल और कार्बन ...

दिल्ली. भविष्य में साफ वातावरण के लिए यूरोप के कई हिस्सों में लोग नए-नए आईडिया लगाकर ऐसे घर तैयार कर रहे हैं। जिनका क्षेत्रफल और कार्बन फुटप्रिंट दोनों ही बहुत कम है। आज के दौर को लेकर ऐसा लग रहा है कि आने वाले समय में यूरोप का ये आइडिया करगर साबित होगा। दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही जनसंख्या आने वाले दिनों में परेशानी का सबब बन सकती है। वहीं, बढ़ती आबादी और घरों के बढ़ते क्षेत्रफल से पर्यावरण संरक्षण की कोशिशे नाकाम साबित हो रही हैं। इस कारण आने वाले समय में पर्यावरण संरक्षण की कोशिशों में एक कदम ऐसे घर बनाना भी हो सकता है, जो उसे नुकसान ना पहुंचाएं।  
 
हॉबिट हाउस 
घास की चादर में लिपटा और प्रकृति में ही घुला मिला दिखने वाला यह छोटा सा घर। धरती और पास के जंगल से लाई गई चीजों से ही इस घर को बनाने में केवल चार महीने लगे। इसके फर्श, दीवारें, और छत को तिनकों को जोड़ कर बनी परत की मदद से विद्युतरोधी बनाया गया है। पहाड़ी क्षेत्र में बनाने के कारण यह दूर से एक छोटी सी पहाड़ी जैसा ही दिखता है।
 
हाउसबोट
नाव की सैर में तो ज्यादातर लोगों को आनंद आता है लेकिन रात को पानी की लहरों के बीच डोलती ऐसी ही नाव में सोना कितने लोग पसंद करेंगे। हाल के सालों में यूरोप की नहरों में माल लादने वाली चौड़ी पेंदे वाली नावों पर बने घरों में रहने का चलन आया है। यह कई अलग अलग आकारों, डिजाइनों और कीमतों में उपलब्ध हैं।
 
सर्कस गाड़ी
यात्रा के शौकीन लोगों ने कहीं ना कहीं शायद सर्कस के तंबू कनातों जैसे आशियाने में रात गुजारी होगी। आजकल कई लोग सर्कस की गाडिय़ों को ही अपना घर बना रहे हैं। इस वैकल्पिक व्यवस्था में आप प्रकृति के करीब भी रह सकते हैं और ईंट और कंक्रीट से ना बने होने के कारण इन्हें एक जगह से दूसरी जगह भी ले जा सकते हैं। 
 
कंटेनर
जर्मन राजधानी बर्लिन में जब घरों की मांग बेतहाशा बढ़ी तो एक स्थानीय गृह निर्माण विशेषज्ञ ने एक अनोखा आइडिया सुझाया। उन्होंने छात्रों के लिए एक ऐसा पूरा गांव बसाने का फैसला किया जो पुराने कंटेनरों से बना हो। यह ट्रेंडी गांव बर्लिन के हरे भरे इलाके में बसाया गया है और इसे इंडस्ट्रियल कूल का उदाहरण माना जाता है।
 
होमबॉक्स
घरों का यह छरहरा अवतार है- होमबॉक्स। इनकी पतली और लंबी बनावट इसे काफी शालीन लुक देती है। खर्च बचाते हुए घर की बाहरी सतह को लकड़ी के प्राकृतिक रूप में ही रखा गया है। इसका आकार किसी औसत शिपिंग कंटेनर जितना ही है, फर्क बस इतना है कि वह जमीन पर पड़ा ना होकर खड़ा है। इस अनोखे तीन मंजिले घर में सभी आधुनिक सुविधाएं मौजूद हैं।
 
ट्री हाउस
धातु, लकड़ी या कई दूसरे पदार्थों से बने ट्री हाउस भी ईको फ्रेंडली घरों के बाजार का हिस्सा हैं। हाल के सालों में यूरोप में इनकी लोकप्रियता काफी बढ़ी है और जंगलों में कई नए हॉस्टल और हॉलीडे होम बने हैं। घूमने जाने वाले लोग इन ट्री हाउस में रहकर जंगल में पक्षियों की तरह नजारे देखने का आनंद लेते हैं।
 
लॉफ्ट क्यूब
जर्मन डिजाइनरों की यह पेशकश किसी मौजूदा बिल्डिंग के ऊपर, समुद्र के किनारे, मैदानों या फिर किसी भी खाली जगह में रखी जा सकती है। ये ईकोफ्रेंडली घर छोटे, हल्के और बेहद स्टाइलिश हैं।
 
बगीचे में छाया
परंपरागत रूप से बड़े बड़े बगीचों में लोग थोड़ी छाया का इंतजाम करके छोटे कमरे तो बनाते ही आए हैं। हाल के सालों में यह कई तरह के डिजाइन और आकार में बनने लगे हैं और कई लोग कम बजट और कम जगह में इसे अपना ईकोफ्रेंडली घर बना रहे हैं।
 
आगे तस्वीरों में देखें कैसे बनाए लोगों ने घर 
 

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