Edited By ,Updated: 28 May, 2015 01:32 PM
पूरा भारत लू की थपेड़ों से डोल रहा है। ज्यादातर राज्यों में हीट वेव (ताप लहर) चल रहा है।
नई दिल्ली: पूरा भारत लू की थपेड़ों से डोल रहा है। ज्यादातर राज्यों में हीट वेव (ताप लहर) चल रहा है। मौसम विभाग का कहना है कि आने वाले दिनों में भी इसका असर कम होने वाला नहीं है बल्कि यह प्रकोप और बढ़ सकता है। पटना का अधिकतम तापमान 44.2 डिग्री रिकार्ड किया गया। इसमें और बढ़ोत्तरी हो सकती है। प्रदेश के कई हिस्सों में 15 से 20 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से पश्चिम से आनेवाली गरम हवा चल रही है।
मौसम विभाग ने आशांक जताई है कि अगले कुछ दिनों तक वान लहर चलेगी। भीषण गर्मी और लू से राजधानी भी अछूती नहीं है। भारत में कई जिलों का तापमान 47 डिग्री पहुंच गया है। गर्मी का प्रकोप ऐसा है कि अभी तक भारत में 1100 के करीब लोग गर्मी के कारण मौत का ग्रास बन चुके हैं।
मौसम विज्ञान से संबंधित एक नान प्रोफिट आर्गेनाइजेशन की सदस्य गीतिका सिंह का कहना है कि अगर गर्मी का प्रकोप ऐसा ही रहा तो इससे डायरिया, डिसेंटरी और हीट स्ट्रोक जैसी बीमारियां बढ़ेंगी।
क्या है हीट वेव
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार जब बेहद गरम हवा की रफ्तार ज्यादा हो जाती है, तब यह स्थिति हीट वेव कहलाती है। यह लू से कहीं अधिक ज्यादा खतरनाक हो जाती है। राजस्थान और गुजरात के कुछ हिस्सों में बवंडर के दौरान ऐसी हवा चलती है।
सन स्ट्रोक इसी से होता है।
मौसम विज्ञान केन्द्र पटना कहता है कि मानसून दस जून के आस-पास पूर्वी बिहार के कुछ हिस्सों में प्रवेश करेगा। एक जून के बाद ही मौसम विज्ञानी यह बताने की स्थिति में होंगे कि किस जिले में कब मानसून की आहट होगी।
हीट वेव से बचपे के उपाय
1. जितना हो सके 11 बजे से लेकर शाम के 4 बजे तक धूप में निकलने से बचें।बच्चों को इंडोर खेलों में लगाएं और उन्हें गर्मी में बाहर न निकलने दें। स्पाइसी फूड खाएं। इसे खाने से पसीना आता है और पसीना आने से शरीर ठंडा रहता है। पानीयुक्त फलों का प्रयोग अधिक मात्रा में करें। बाहर से आने के बाद फौरन पंखे, कूलर के नीचे न जाएं और न ही पैरों पर पानी डालें। पैरों की गर्मी सीधी मस्तिषक पर असर करती है। छाते का प्रयोग करें। पानी की बोतल साथ रखें। त्वचा को बचाने के लिए सनस्क्रीन का प्रयोग करें और सिर व मुंह को रूमाल से ढक कर रखें।