Edited By ,Updated: 01 Jun, 2015 07:35 AM
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान गत शनिवार को असामाजिक तत्वों और बदमाशों पर पुलिस की सख्ती पर मानवाधिकार की बात करने वालो पर जमकर बरसे।
भोपाल: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान गत शनिवार को असामाजिक तत्वों और बदमाशों पर पुलिस की सख्ती पर मानवाधिकार की बात करने वालो पर जमकर बरसे। चौहान ने कहा कि आम आदमी के मानवाधिकारों का हनन करने वाले असामाजिक तत्वों के मानवाधिकारों की परवाह करने की क्या आवश्यकता है बल्कि आज के दौर में ‘मानवाधिकारों’ को नए सिरे से परिभाषित करने की जरूरत है।
चौहान ने प्रैस क्लब द्वारा आयोजित दो दिवसीय भाषाई पत्रकारिता महोत्सव के शुभारंभ समारोह में पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि वे कहते हैं कि जो दूसरों के मानवाधिकारों की चिंता नहीं कर घृणित अपराध करते हैं, वह मानव कहलाने के ही लायक नहीं हैं तो ऐसे लोगों के मानवाधिकारों की परवाह हम क्यों करें।
उन्होंने असामाजिक तत्वों के मानवाधिकारों की बात करने वाले लोगों को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि अपराध और अपराधियों पर नियंत्रण के लिए पुलिस क्या थानों में बदमाशों की आवभगत करे और उनकी आरती उतारे। चौहान ने प्रदेश में अपराधियों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई की हिमायत करते हुए कहा कि ‘लातों के भूत, बातों से नहीं मानते।' मीडिया की तारीफ करते हुए चौहान ने कहा कि मीडिया समाज को दिशा देने का काम करता है और आम आदमी के दर्द को समझता है। मीडिया आम आदमी की आवाज है और उसे सरकार के सामने रखता है।