Edited By ,Updated: 03 Jun, 2015 07:16 PM
अपने विवादित बयान की वजह से अक्सर सुर्खियों में रहने वाले भाजपा नेता सुब्रमण्यन स्वामी इस बार एक नई मुसीबत में फंस गए हैं।
नई दिल्ली: अपने विवादित बयान की वजह से अक्सर सुर्खियों में रहने वाले भाजपा नेता सुब्रमण्यन स्वामी इस बार एक नई मुसीबत में फंस गए हैं। असम के करीमगंज जिले की एक अदालत ने बीजेपी नेता के खिलाफ गैर-जमानती अरेस्ट वॉरंट जारी किया है। 19 मार्च को अदालत द्वारा जारी एक समन का पालन करने में नाकाम रहने पर सोमवार को अदालत ने यह वॉरंट जारी किया है।
पूरे मामले की बात की जाए तो स्वामी ने कथित तौर पर अपने एक भड़काऊ भाषण में मस्जिदों के लिए कहा था कि वे धार्मिक स्थल नहीं हैं सिर्फ इमारत है, इसलिए उसे कभी भी तोड़ा जा सकता है। इतना ही नहीं स्वामी ने सभी भारतीय मुसलमानों को पहले हिंदू होने की बात भी कही थी। इसके बाद उनके खिलाफ शिकायत की गई थी और उसी मामले में अदालत ने 19 मार्च को उन्हें एक समन भेजा था। अदालत ने अरेस्ट वॉरंट जारी करते हुए कहा कि स्वामी को 30 जून या उससे पहले गिरफ्तार किया जाना चाहिए। उनकी गिरफ्तारी सुनिश्चित करने के लिए अदालत ने असम पुलिस और दिल्ली पुलिस को निर्देश भी दिए हैं।