Edited By ,Updated: 07 Jun, 2015 07:48 PM
भारतीय मौसम विभाग :आईएमडी: अरब सागर में बने दबाव के क्षेत्र पर नजर बनाए हुए है और इसके ‘‘गहरे दबाव क्षेत्र’’ में तब्दील होने की ...
नई दिल्ली: भारतीय मौसम विभाग :आईएमडी: अरब सागर में बने दबाव के क्षेत्र पर नजर बनाए हुए है और इसके ‘‘गहरे दबाव क्षेत्र’’ में तब्दील होने की संभावना है। इससे महाराष्ट्र, गोवा और गुजरात में भारी बारिश हो सकती है। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि इस तरह की घटना से मॉनसून की प्रगति प्रभावित होती है। आईएमडी ने इसे अभी भी ‘‘चक्रवाती तूफान’’ नहीं बताया है लेकिन निजी मौसम भविष्यवाणी एजेंसी स्काईमेट का कहना है कि ‘‘दबाव’’ ‘‘गहरे दबाव’’ में परिवर्तित हो चुका है और तेजी से मजबूत होता जा रहा है जिसमें ‘‘चक्रवाती तूफान’’ के लक्षण दिखाई दे रहे हैं।
आईएमडी ने कहा, ‘‘नवीनतम उपग्रहीय चित्रों और निगरानी से पता चलता है कि पूर्वी...मध्य अरब सागर में दबाव का क्षेत्र बन चुका है और यह मुंबई से 690 किलोमीटर दक्षिण पश्चिम, वेरावल :गुजरात: से 740 किलोमीटर दक्षिण...दक्षिण पश्चिम और मासीराह द्वीप :आेमान: से 1230 किलोमीटर दक्षिण पूर्व में स्थित है।’’ इसने कहा, ‘‘यह उत्तर...उत्तरपश्चिम की तरफ बढ़ेगा और अगले 24 घंटे में गहरे दबाव के क्षेत्र में तदील हो जाएगा। महाराष्ट्र, कोंकण और गोवा के तटों पर 45 से 55 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से पहुंच रही हवाएं अगले 48 घंटे में 65 किलोमीटर प्रति घंटा हो जाएंगी। इस अवधि में महाराष्ट्र, कोंकण और गोवा के तटों पर इस दौरान समुद्र में उथल...पुथल की स्थिति रहेगी।’’
इसने चक्रवातों को विभिन्न श्रेणियों में बांटा है जो ‘‘दबाव’’ और ‘‘गहरे दबाव’’ के बाद ‘‘चक्रवाती तूफान’’ बन जाती हैं। आईएमडी के उपनिदेशक कृष्णानंद होसालीकर ने कहा, ‘‘हम दबाव की प्रगति पर नजर रख रहे हैं। यह कहना कठिन है कि इससे मॉनसून की प्रगति प्रभावित होगी या नहीं । कभी..कभी एेसे पैटर्न से मॉनसूनी हवाओं को ज्यादा नमी मिलती है और प्रगति में मदद मिलती है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन कई बार इससे मॉनसून की प्रगति प्रभावित होती है। पिछले वर्ष चक्रवाती तूफान नानुक ने अरब सागर में मॉनसून की प्रगति को प्रभावित किया था। मॉनसून 10 जून को मुंबई में आने वाला था लेकिन अंतत: यह 15 जून को पहुंचा था।