Edited By ,Updated: 11 Jun, 2015 07:54 PM
उत्तर प्रदेश में वाराणसी के काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के नवनिर्मित ट्रामा सेंटर में-रोबोटिक सर्जिकल सिस्टम- जैसी अत्याधुनिक तकनीक के जरिए सर्जरी की जाएगी।
वाराणसी: उत्तर प्रदेश में वाराणसी के काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के नवनिर्मित ट्रामा सेंटर में-रोबोटिक सर्जिकल सिस्टम- जैसी अत्याधुनिक तकनीक के जरिए सर्जरी की जाएगी। इस सिस्टम से बेहद कम समय में सफल सर्जरी की जा सकती है। प्रोस्टेट, यूरोलॉजिकल, थोरेक्सिक प्रोसीजर, गेस्ट्रोइण्ट्रोलॉजिकल और युरोलॉजिकल रोगों की सफलतापूर्वक सर्जरी के लिए यह सिस्टम बेहद उपयोगी है। दुर्घटना के शिकार लोगों को जल्द से जल्द सर्जरी करने की जरूरत पड़ती है। इस लिहाज से यह तरीका ट्रामा सेंटर के लिए बेहद जरूरी थी।
यह सिस्टम दिल्ली, कोलकाता जैसे कुछ महत्वपूर्ण शहरों में स्थित कुछ अस्पतालों में ही उपलब्ध है। इसके जरिए कम्यूटर व जरूरी सॉफ्टवेयर के सहयोग से विशेषज्ञ दूरदराज में बैठकर भी सफलतापूर्वक सर्जरी कर सकते हैं। ‘‘रोबोटिक सर्जिकल सिस्टम’’ लखनऊ स्थित किंग जार्ज मेडिकल विश्वविद्यालय व एसजीपीजीआई के पूर्व निदेशक डॉ. महेन्द्र भंडारी ट्रामा सेंटर को उपहार स्वरूप भेंट करेंगे।
बीएचयू के कुलपति प्रो. गिरीश चन्द्र त्रिपाठी व न्यायाधीश गिरिधर मालवीय की मौजूदगी में डॉ. भंडारी लगभग 18 करोड़ रुपये का रोबोटिक सिस्टम कल टॉमा सेंटर को भेंट करेंगे और इसे वहां द्वितीय तल पर स्थित पॉलीट्रॉम वार्ड में रखा जाएगा। बीएचयू के संस्थापक भारत रत्न महामना पंडित मदन मोहन मालवीय के पौत्र श्री गिरिधर मालवीय की पहल पर डॉ. भंडारी ने ये कीमती उपहार ट्रामा सेंटर को भेंट करने का निर्णय लिया।