Edited By prachi upadhyay,Updated: 08 Aug, 2019 12:24 PM
आर्टिकल 370 हटाए जाने के बाद से घाटी में तनावपूर्ण शांति कायम है। हालांकि किसी भी किस्म की स्थिति से निपटने के लिए वहां पर भारी तादाद में पुलिस और सुरक्षाबल तैनात है। वहीं कश्मीर के बाद पुलिस ने एहतियात के तौर पर जम्मू के नेताओं पर भी एक्शन लेना...
नई दिल्ली: आर्टिकल 370 हटाए जाने के बाद से घाटी में तनावपूर्ण शांति कायम है। हालांकि किसी भी किस्म की स्थिति से निपटने के लिए वहां पर भारी तादाद में पुलिस और सुरक्षाबल तैनात है। वहीं कश्मीर के बाद पुलिस ने एहतियात के तौर पर जम्मू के नेताओं पर भी एक्शन लेना शुरू कर दिया है। इसी के तहत जम्मू-कश्मीर के पूर्व मंत्री और डोगरा स्वाभिमान संगठन पार्टी के अध्यक्ष चौधरी लाल सिंह को नजरबंद किया गया है। चौधरी लाल सिंह को जम्मू के गांधीनगर में स्थित सरकारी आवास से निकलने की इजाजत नहीं है।
रविवार रात से नजरबंद है कश्मीरी नेता
वहीं जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती और नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला रविवार रात को नजरबंद कर दिए गए थे। जिसके बाद सोमवार को कानून व्यवस्था के लिए खतरा बताते हुए उन्हे हिरासत में ले लिया गया। वहीं जम्मू-कश्मीर पीपल्स कॉन्फ्रेंस के नेता सज्जाद लोन और इमरान अंसारी को भी गिरफ्तार किया गया है। इन सभी को सोमवार शाम से ही हरि निवास गेस्ट हाउस में रखा गया है। जहां उन्हे किसी से मिलने की इजाजत नहीं है। इतना ही नहीं जम्मू-कश्मीर और लद्दाख को केंद्र शासित राज्य बनाने की घोषणा करने के बाद से घाटी में अबतक 100 से ज्यादा राजनेताओं, कार्यकर्ताओं और लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। अधिकारियों का कहना कि सुरक्षा की दृष्टि से ये कार्रवाई की गई है।