Edited By ,Updated: 05 Jul, 2015 05:26 PM
आपने कभी आतिशबाजी की है। की ही होगी क्योंकि हम सभी अपने बचपन से गुजरे हैं। अब आप ज्यादा ही खुश होंगे। बच्चों के लिए यह खुशी होगी जब वह जानेंगे कि तारे भी आतिशबाजी करेंगे।
गजट डेस्क, जालंधरः आपने कभी आतिशबाजी की है। की ही होगी क्योंकि हम सभी अपने बचपन से गुजरे हैं। अब आप ज्यादा ही खुश होंगे। बच्चों के लिए भी यह खुशी की बात होगी जब वह जानेंगे कि तारे भी आतिशबाजी करेंगे।
कहना गैरजरूरी है कि आतिशबाजी को शायद ब्रह्मांड में मौजूद सितारे भी अपनाने जा रहे हैं। उल्लेखनीय है कि खगोलशास्त्रियों ने पांच हजार साल पुरानी एक खगोलीय घटना का पता लगाया जिसके तहत एक तारा तीव्र गति से हमारे आकाश की तरफ बढ़ रहा है और तीन साल बाद हमारे टेलीस्कोप इसका दर्शन कर सकेंगे।
गौरतलब है कि 2018 की शुरुआत में एक खगोलीय पिंड J2032+4127 धरती की तरफ आएगा और अपने सहपिंड MT91 213 के साथ टकराएगा जो सूर्य से हजार गुणा चमकीला है। जब ये दोनों पिंड नजदीक आएंगे तो दोनों की टक्कर से गैस, धुलकण का गुबार और प्रकाश निकलेगा जो हमें आतिशबाजी के रूप में दिखेगा।
J2032 एक तारे का उपरी हिस्सा है जिसमें बहुत साल पहले विस्फोट हो गया था। सूर्य से दोगुणा भारी व एक सेकेंड में सात बार घूमने वाले इस उल्का पिंड से गामा रे की एक धारा निकली थी जिसे खगोलशास्त्रियों ने 2009 के दौरान Fermi's Large Area Telescope की मदद से ढूंढ़ा था। J2032 आकाशगंगा का सबसे चमकीला पिंड है जिसमें गुरूत्वकार्षण शक्ति भी मौजूद है। यह अपने सहपिंड के पास 25 सालों में आता है और यह अब 2018 में एेसा करने वाला है।