Edited By ,Updated: 21 Jul, 2015 04:37 PM
भूमि अधिग्रहण बिल के विरोध में वामपंथी दलों ने मंगलवार को बिहार बंद का आह्वान किया। इसका असर पूरे राज्य में दिखाई दिया।
पटना। भूमि अधिग्रहण बिल के विरोध में वामपंथी दलों ने मंगलवार को बिहार बंद का आह्वान किया। इसका असर पूरे राज्य में दिखाई दिया। बंद समर्थकों ने यहां डाकबंगला चौराहे पर आगजनी कर सड़क जाम कर दी। इस दौरान केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारे लगाए गए। वामदलों से जुड़े छात्र संगठन भी बंद के समर्थन में जुटे थे।
बंद समर्थकों ने आरा-पटना, आरा-सहरसा मुख्य मार्ग पर जाम लगाया। पटना में उनकी पुलिस के साथ जमकर नोकझोंक हुई। जबरन बंद करवा रहे सात-आठ सौ लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। इनमें माकपा नेता दीपांकर भट्टाचार्या समेत कई नेता शामिल हैं। राजधानी में बंद का व्यापक असर दिखाई दिया। सुबह से ही बंद समर्थक सड़कों पर उतर आए। इससे शहर की कई सड़कों पर जाम लग गया।
बंद समर्थकों ने कई ट्रेनों को भी रोका। शेखपुरा के समीप गया-किउल पैसेंजर रोकी गई तो दरभंगा में क्रांति एक्सप्रेस को रोक लिया। मधुबनी में जयनगर-अमृतसर शहीद एक्सप्रेस को रोकने के साथ ही लोगों ने सड़क जाम कर दी। बेतिया में भी सड़क पर जाम लगा दिया और बाजार बंद करवा दिए। सीवान में बंद समर्थकों ने स्कूल बसें भी नहीं चलने दीं। आरा में सहरसा रोड जाम कर दिया तो शेखपुरा में बाजार बंद करा दिए, रोड पर जाम लगा दिया। गया में किउल पैसेंजर ट्रेन को रोके रखा।