Edited By ,Updated: 25 Jul, 2015 06:43 PM
महाराष्ट्र के राज्यपाल सी. विद्यासागर राव ने 1993 के मुंबई श्रृंखलाबद्ध बम धमाकों के मामले के दोषी याकूब मेनन की ....
मुंबई : महाराष्ट्र के राज्यपाल सी. विद्यासागर राव ने 1993 के मुंबई श्रृंखलाबद्ध बम धमाकों के मामले के दोषी याकूब मेनन की आेर से दाखिल क्षमा याचिका पर आज गृह एवं विधि विभागों के अधिकारियों से विचार-विमर्श किया। देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व वाले भाजपा की अगुवाई वाली सरकार ने मेमन की याचिका पर कल शाम राज्यपाल को अपनी राय भेजी थी। उच्चतम न्यायालय की आेर से मेनन की सुधारात्मक याचिका खारिज कर दिए जाने के बाद मेनन ने यह क्षमा याचिका दायर की। सुधारात्मक याचिका में मेनन ने फांसी की सजा पर रोक लगाने की मांग की थी।
राज्यपाल ने आज अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) के पी बख्शी, विधि एवं न्यायपालिका अधिकारियों और महाधिवक्ता अनिल सिंह के साथ विचार-विमर्श किया। बैठक के नतीजों के बारे में पूछे जाने पर आधिकारिक सूत्रों ने कहा, ‘‘कोई फैसला नहीं किया गया है। राज्यपाल मामले पर विचार कर रहे हैं ।’’ बहरहाल, सरकार ने पहले संकेत दिए थे कि वह फांसी देने के लिए निर्धारित कार्यक्रम पर अटल रहेगी और इस मामले में उच्चतम न्यायालय के निर्देशों का पालन करेगी। इस हफ्ते की शुरुआत में उच्च-पदस्थ सूत्रों ने कहा था, ‘‘मेमन को 30 जुलाई को फांसी देने की योजना में बदलाव का कोई सवाल नहीं है।
फांसी की तारीख के बारे में विशेष अदालत द्वारा राज्य सरकार को बता दिया गया है। चूंकि किसी अदालत ने न्यायिक आदेश पर रोक नहीं लगाई है, तो एेसे में तारीख में बदलाव का कोई सवाल ही नहीं है। अदालत के आदेश के मुताबिक ही मेेमन को फांसी दी जाएगी।’’ इस बीच, उच्चतम न्यायालय सोमवार को मेमन की अर्जी पर सुनवाई करेगा जिसमें उसने मौत की सजा दिए जाने पर रोक लगाने की मांग की है।