Edited By ,Updated: 31 Jul, 2015 09:34 AM
गुरुवार को नागपुर सेंट्रल जेल में फांसी की सजा पाने वाले याकूब मेमन ने अंतिम वक्त तक माफी मिलने की उम्मीद नहीं छोड़ी थी।
नई दिल्ली: नागपुर सेंट्रल जेल में गुरुवार को फांसी की सजा पाने वाले याकूब मेमन ने अंतिम वक्त तक माफी की उम्मीद नहीं छोड़ी थी। उसने फांसी से कुछ घंटे पहले भी राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को अपनी दया याचिका वाली चिट्ठी लिखी थी। एक अंग्रेजी समाचार पत्र की खबर के मुताबिक, याकूब ने बुधवार को रात 11 बजे यह चिट्ठी लिखकर अपनी सेल के इंचार्ज को सौंप दी थी।
वह गुरुवार सुबह तक चिट्ठी का जवाब चाहता था, लेकिन जब तक वह चिट्ठी राष्ट्रपति तक पहुंचती इससे पहले ही उसे फांसी दे दी गई थी। बताया जा रहा है कि जब नागपुर जेल में बंद बाकी कैदियों को याकूब की फांसी की जानकारी मिली तो उनमें से ज्यादातर सन्न रह गए। जेल के कैदियों को भी याकूब की फांसी का समय पहले से पता नहीं था।