Edited By ,Updated: 07 Aug, 2015 11:11 AM
प्राकृतिक गैस से चलने वाले वाहनों को भले ही पर्यावरण के लिए सही माना गया है। परन्तु नए अध्ययन के माध्यम से निकलने वाले धुएं को बेहद खतरनाक बताया गया है। जी हां...
अहमदाबाद: प्राकृतिक गैस से चलने वाले वाहनों को भले ही पर्यावरण के लिए सही माना गया है। परन्तु नए अध्ययन के माध्यम से
निकलने वाले धुएं को बेहद खतरनाक बताया गया है। जी हां...
काउंसिल ऑफ साइंटिफिक एंड इंडस्ट्रियल रिसर्च ने अपने अध्ययन में कहा है कि सीएनजी वाहनों से खतरनाक नैनो कार्बन निकल रहा है। यह नैनो कार्बन इंसानों में कैंसर का कारण बन सकता है।
हालांकि यह अध्ययन राजधानी दिल्ली में बहुत ही सीमित नमूनों के जरिए किया गया फिर भी इसके परिणाम हमारी सेहत के लिए खतरे की घंटी बजा रहे हैं। साथ ही भविष्य में अन्य जगहों पर सीएनजी की इजाजत देने के मामले में ये परिणाम केंद्र सरकार को आगाह भी करने वाले हैं।
सीएसआईआर के महानिदेशक गर्ग ने बताया कि यह अध्ययन अल्बर्ट विश्वविद्यालय के एक प्रोफेसर के साथ मिलकर किया गया। इन प्रोफेसरों ने वाहनों से निकलने वाले कार्बन को नापने और उनका विश्लेषण करने वाली एक डिवाइस विकसित की है।
हमने इस डिवाइस को सीएनजी से चलने वाली डीटीसी की बसों में लगाया। इससे पता चला कि दिल्ली में सीएनजी बसों से नैनो कार्बन कण निकल रहे हैं। ये कण वातावरण में चारों ओर घूम रहे हैं और सांस के साथ हमारे फेफड़ों में जा रहे हैं।