Edited By ,Updated: 02 Sep, 2015 06:33 PM
आम आदमी पार्टी ने आज भाजपा-आरएसएस बैठक पर सवाल उठाया और उसे संविधान का ‘‘उपहास’’ उड़ाने के बराबर बताया।
नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी ने आज भाजपा-आरएसएस बैठक पर सवाल उठाया और उसे संविधान का ‘‘उपहास’’ उड़ाने के बराबर बताया। पार्टी ने मुसलमानों के लिए अलग से ‘‘सकारात्मक कार्रवाई’’ की वकालत करने के लिए राष्ट्रपति हामिद अंसारी पर दक्षिणपंथ के एक धड़े द्वारा निशाना साधे जाने की आलोचना की। आप नेता आशुतोष ने कहा कि शीर्ष केन्द्रीय मंत्रियों, भाजपा नेताओं का राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ और उससे जुड़े संगठनोंं की यह सम्मिलित बैठक राजनीतिक प्रक्रिया में भगवा संगठन के ‘‘हस्तक्षेपों’’ की आेर संकेत करती है।
आशुतोष ने एक संवाददाता सम्मेलन मंे कहा, ‘‘नरेंद्र मोदी और आरएसएस के बीच बैठक बेहद संदेहास्पद है। सरकार सिर्फ जनता के प्रति जिम्मेदार और जवाबदेह है। एेसी बैठक संवैधानिक व्यवस्था और संसदीय लोकतंत्र का उपहास है।’’ उन्होंने कहा, मुयधारा की राजनीति में यह आरएसएस का ‘‘स्पष्ट हस्तक्षेप’’ है, जबकि संगठन ने अतीत में इससे अलग रहने का वादा किया था।
आप नेता ने मोदी से यह सुनिश्चित करने का अनुरोध किया कि अंसारी को भाजपा, आरएसएस और उससे जुड़े संगठनों से किसी प्रकार की ‘‘ आलोचना’’ का सामना ना करना पड़े। उन्होंंने कहा कि अतीत में भी उनपर एेसे हमले हुए हैं, वह उपराष्ट्रपति पर भाजपा नेता राम माधव के ट्वीट की बात कर रहे थे। आशुतोष ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि एेसे किसी घटनाक्रम की पुनरावृति ना हो क्योंकि उपराष्ट्रपति अंसारी देश के दूसरे सर्वोच्च पद पर आसीन हैं। मोदी को उनलोगों पर लगाम लगानी चाहिए।’’