Edited By Monika Jamwal,Updated: 09 May, 2018 02:25 PM
श्रीनगर में पत्थरबाजी में पर्यटक की मौत पर दुख व्यक्त करते हुए हुरियत कांफ्रैंस (जी) चेयरमैन सैयद अली शाह गिलानी ने कहा कि हम दैनिक आधार पर अपने प्रियजनों के ताबूतों को कंधा दे रहे हैं लेकिन कुछ अशांत युवकों द्वारा इस अनुशासनहीनता और गुंडावाद पर कभी...
श्रीनगर : श्रीनगर में पत्थरबाजी में पर्यटक की मौत पर दुख व्यक्त करते हुए हुरियत कांफ्रैंस (जी) चेयरमैन सैयद अली शाह गिलानी ने कहा कि हम दैनिक आधार पर अपने प्रियजनों के ताबूतों को कंधा दे रहे हैं लेकिन कुछ अशांत युवकों द्वारा इस अनुशासनहीनता और गुंडावाद पर कभी भी चुप नहीं रह सकते। एक बयान में गिलानी ने शोकसंतप्त परिवार के साथ सहानुभूति व्यक्त करते हुए कहा कि इस तरह के दुखद नुकसान के लिए परिवार को सांत्वना देने के लिए शब्दों की कमी पड़ती है और हम एक राष्ट्र के रुप में न केवल माफी महसूस करते हैं बल्कि शर्मिंदा भी हैं।
गिलानी ने कहा कि कश्मीर दशकों से रक्तपात का सामना कर रहा है। मृत्यु और विनाश का नृत्य हमारे लिए जैसे आम हो गया है। हमारी चौथी पीढ़ी बंदूक के बैरल के बीच बढ़ी हुई है। किसी भी जाति, पंथ, रंग, क्षेत्र या धर्म का मानव नुकसान दुखद और दर्दनाक है। अलगाववादी नेता ने कहा कि हम राज्य आतंकवाद के सबसे बुरे पीड़ित हैं लेकिन हमें क्रूर और निर्दयी होने के लिए प्रोत्यसाहित नहीं करना चाहिए। हमारा धर्म, संस्कृति और आचार हमें मानवता का सम्मान करना सिखाता है और हमें हमेशा इन सुनहरे नियमों का पालन करना चाहिए।