Edited By Anil dev,Updated: 31 May, 2019 10:45 AM
लाखों मुसलमान रोजा रखते हैं। रोजेदार अपने नियमों का सख्ती से पालन करते हैं लेकिन राजस्थान के नागौर में एक मुस्लिम युवक ने किसी की जिंदगी बचाने के लिए अपना रोजा तोड़ दिया। अशरफ खान ने बताया कि उसे सोशल मीडिया में एक मैसेज दिखा, जिसमें एक गर्भवती...
नागौर: लाखों मुसलमान रोजा रखते हैं। रोजेदार अपने नियमों का सख्ती से पालन करते हैं लेकिन राजस्थान के नागौर में एक मुस्लिम युवक ने किसी की जिंदगी बचाने के लिए अपना रोजा तोड़ दिया। अशरफ खान ने बताया कि उसे सोशल मीडिया में एक मैसेज दिखा, जिसमें एक गर्भवती महिला को ब्लड की सख्त जरूरत बताई गई थी। उन्हें बी नैगेटिव ब्लड की जरूरत थी और उनका हीमोग्लोबिन लगातार कम हो रहा था। सावित्री चुरू जिले के सुजानगढ़ स्थित जिला अस्पताल में भर्ती थी।
महिला को ब्लड देने के लिए तोड़ दिया रोजा
अशरफ ने बताया कि मैंने जैसे ही मैसेज देखा तो इसमें लिखे नंबर पर तत्काल संपर्क किया। मैंने बताया कि मेरा रोजा है, इसलिए मैं शाम को रोजा खोलने के बाद ब्लड देने आऊंगा, लेकिन परिजनों ने बताया कि डॉक्टरों ने ब्लड की तत्काल आवश्यकता बताई है। सावित्री को कॉम्पिलकेशन बढ़ रहे थे। एक मिनट सोचने के बाद वह अस्पताल पहुंचा और महिला को ब्लड देने के लिए अपना रोजा तोड़ दिया।