Edited By Anil dev,Updated: 13 Dec, 2018 01:21 PM
राजस्थान में कांग्रेस पार्टी की शानदार जीत के बाद अब पार्टी में मुख्यमंत्री के नाम के लेकर घमासान मचा हुआ है। एक तरफ युवा चेहरा सचिन पायलट तो दूसरी तरफ अनुभवी अशोक गहलौत के बीच पेच फंसा हुआ है। विधायक दल की बैठक के बाद फैसला कांग्रेस हाईकमान राहुल...
नई दिल्ली: राजस्थान में कांग्रेस पार्टी की शानदार जीत के बाद अब पार्टी में मुख्यमंत्री के नाम के लेकर घमासान मचा हुआ है। एक तरफ युवा चेहरा सचिन पायलट तो दूसरी तरफ अनुभवी अशोक गहलौत के बीच पेच फंसा हुआ है। विधायक दल की बैठक के बाद फैसला कांग्रेस हाईकमान राहुल गांधी पर छोड़ दिया गया है। जिसके बाद चर्चा चल रही है कि पार्टी सीएम और डिप्टी सीएम बनाने का दाव खेल सकती है।
कांग्रेस ने हिंदी पट्टी के तीन प्रमुख राज्य राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में बहुमत तो हासिल कर लिया, लेकिन मुख्यमंत्री पद के लिए स्थिति साफ नहीं हो पाई है। युवाओं को आगे लाया जाए या नहीं इसपर पेच फंसा होने के चलते कांग्रेस नेतृत्व के लिए भी निर्णय लेना मुश्किल हो रहा है। हालांकि इसी बीच पार्टी ने तीनों राज्यों में सरकार बनाने का अपना दावा पेश कर दिया है और नेता विधायक दल चयन का जिम्मा कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के जिम्मे छोड़ दिया है।
सीएम पद का चेहरा ओपन करना राहुल गांधी के लिए काफी चिंता का विषय बन गया है। चुनाव के नतीजे आते ही पार्टी के कार्यकर्ताओं में उत्साह तो था ही साथ ही पार्टी दो गुटों में बटी हुई नजर आई। एक ओर अशोक गहलौत के समर्थक प्रदर्शन कर रहे थे तो दूसरी ओर पायलट के प्रशंशकों ने अपने नेता को सीएम घोषित करने के लिए जमकर नारेबाजी की।
इसके बाद सूत्रों के हवाले से खबर आ रही है कि पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी दोनो गुटों को साधने के लिए सीएम और डिप्टी सीएम का दाव खेल सकती है। जिसमें साफ अंदाजा लगाया जा सकता है कि अगर ऐसा होता होता है तो गहलौत के सीएम और पायलट को डिप्टी सीएम की जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है। इसके अलावा एमपी में भी सिंधिया और कमलनाथ के बीच कुछ इसी तरह के हालात बने हुए हैं।