Edited By Anil dev,Updated: 12 Dec, 2018 02:04 PM
राजस्थान विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को मिली जीत का श्रेय काफी हद तक पार्टी की नई पीढ़ी के नेता सचिन पायलट को जाता है, जिन्होंने अपना ध्यान राष्ट्रीय राजनीति से हटाकर राज्य की चुनौतियों पर लगाया और जमीनी स्तर पर पार्टी को सींच कर उसकी जीत सुनश्चित...
नई दिल्ली: राजस्थान विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को मिली जीत का श्रेय काफी हद तक पार्टी की नई पीढ़ी के नेता सचिन पायलट को जाता है, जिन्होंने अपना ध्यान राष्ट्रीय राजनीति से हटाकर राज्य की चुनौतियों पर लगाया और जमीनी स्तर पर पार्टी को सींच कर उसकी जीत सुनश्चित की। पिछले लोकसभा चुनाव (2014) में कांग्रेस की हार होने पर उन्होंने यह संकल्प लिया था कि जब तक पार्टी सत्ता में नहीं लौटती वह साफा नहीं बांधेंगे। अब ऐसा लगता है कि वह साफा बांध सकते हैं।
राहुल ने राजेश पायलट के बेटे सचिन को सौंपी थी जिम्मेदारी
राजस्थान में 2013 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को मिली करारी शिकस्त (भाजपा की 163 सीटों के मुकाबले महज 21 सीट) के बाद राहुल गांधी (वर्तमान पार्टी अध्यक्ष) ने राज्य की बागडोर पार्टी के दिवंगत नेता राजेश पायलट के बेटे सचिन को सौंपी थी। राजेश पायलट की 2000 में दौसा में एक सड़क दुर्घटना में मौत हो गई थी। संप्रग सरकार में विभिन्न मंत्रालयों की जिम्मेदारी संभाल चुके सचिन ने यह चुनौती स्वीकार कर ली और अपना ध्यान राष्ट्रीय राजनीति से हटा कर राजस्थान की चुनौतियों पर केंद्रित किया। इसके बाद सचिन ने जमीनी स्तर पर पार्टी को मजबूत करने और राज्य की सत्ता में उसकी वापसी सुनिश्चित करने के लिए राज्य में पांच लाख किमी से अधिक की यात्रा की।