Edited By Seema Sharma,Updated: 22 Nov, 2018 10:36 AM
राजस्थान में अमित शाह ने चुनाव प्रचार का नियंत्रण अपने हाथ में ले लिया है, जबकि मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया को उम्मीदवारों के चयन के लिए खुली छूट दी। प्रधानमंत्री राजस्थान में 10-12 रैलियों को ही संबोधित करेंगे।
नेशनल डेस्कः राजस्थान में अमित शाह ने चुनाव प्रचार का नियंत्रण अपने हाथ में ले लिया है, जबकि मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया को उम्मीदवारों के चयन के लिए खुली छूट दी। प्रधानमंत्री राजस्थान में 10-12 रैलियों को ही संबोधित करेंगे। यद्यपि स्थिति बहुत खराब है। अमित शाह 28 नवंबर के बाद जयपुर में डेरा डालेंगे और वहां से चुनाव अभियान की निगरानी करेंगे।
इस राउंड में भाजपा ने अपनी प्रचार की रणनीति में भी बदलाव किया है और उसने टेक्नोलॉजी व सोशल मीडिया पर अधिक ध्यान दिया है। बूथ प्रबंधक और ‘पन्ना प्रमुख’ (प्रत्येक पृष्ठ के लिए मतदाता सूची का इंचार्ज) पर ध्यान दिया जा रहा है। इसके साथ घर-घर जाकर प्रचार भी किया जाएगा।
ऐसा महसूस किया गया है कि अल्प अवधि के दौरान बड़ी रैलियों का आयोजन करना संभव नहीं। मध्य प्रदेश में सोशल मीडिया यूनिटों से 45 लाख मतदाताओं को जोड़ा गया है, जबकि राजस्थान में 30 लाख मतदाता जोड़े गए हैं। छत्तीसगढ़ में भी सोशल मीडिया यूनिटों से 20 लाख मतदाता जोड़े गए थे।