Edited By Punjab Kesari,Updated: 29 May, 2018 01:02 AM
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने राजग सरकार की विदेश नीति को लेकर विपक्ष की आलोचनाओं को सोमवार को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि कांग्रेस के शासन के दौरान विदेश मंत्रालय कुछ संभ्रांत लोगों का मंत्रालय हुआ करता था, जबकि पिछले चार साल में यह आम लोगों का...
नई दिल्ली : विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने राजग सरकार की विदेश नीति को लेकर विपक्ष की आलोचनाओं को सोमवार को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि कांग्रेस के शासन के दौरान विदेश मंत्रालय कुछ संभ्रांत लोगों का मंत्रालय हुआ करता था, जबकि पिछले चार साल में यह आम लोगों का मंत्रालय बन गया है।
भारत के हर वक्त के सहयोगी रूस की पाकिस्तान से नजदीकी बढऩे और डोकलाम में चीन के निर्माण कार्य करने के मुद्दे से निपटने में सरकार के विफल होने के विपक्ष के आरोपों को सुषमा ने खारिज कर दिया।
सुषमा ने कहा कि कांग्रेस शासन में विदेश मंत्रालय संभ्रांत लोगों का मंत्रालय हुआ करता था और पिछले चार साल में आम लोग भी इससे जुड़े हैं। उन्होंने कहा, ‘हमने विदेश नीति में लोगों को जोडऩे की दिशा में काम किया है। असंवेदनशील लोग इसका मजाक उड़ा सकते हैं। उन लोगों से पूछिए जो विदेशों में फंसे हुए हैं। उन्हें (कांग्रेस को) यह बात तब समझ में आएगी, जब उनका कोई अपना वहां फंस जाएगा।’
सुषमा ने कहा कि राजग सरकार ने विदेश मंत्रालय को आम लोगों को केंद्र में रखकर काम करने वाला मंत्रालय बनाया है। डोकलाम के संबंध में उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने राजनयिक उपायों और बातचीत के जरिये डोकलाम विवाद को सुलझाने के लिए भारत की प्रशंसा की है।