कांग्रेस का केंद्र पर हमला, रुपये गिरने का कारण बताए सरकार

Edited By Yaspal,Updated: 06 Jul, 2018 06:41 PM

attack on congress center government giving reasons for falling rupee

कांग्रेस ने डॉलर के मुकाबले रुपये के सर्वाधिक निचले स्तर तक पहुंचने को केंद्र में स्थायी वित्त मंत्री नहीं होने से उपजे आर्थिक कुप्रबंधन का दुष्परिणाम बताया है और कहा कि मोदी सरकार को रुपए में रिकॉर्ड गिरावट की असली वजह देश की जनता को बतानी चाहिए।

नई दिल्लीः कांग्रेस ने डॉलर के मुकाबले रुपये के सर्वाधिक निचले स्तर तक पहुंचने को केंद्र में स्थायी वित्त मंत्री नहीं होने से उपजे आर्थिक कुप्रबंधन का दुष्परिणाम बताया है और कहा कि मोदी सरकार को रुपए में रिकॉर्ड गिरावट की असली वजह देश की जनता को बतानी चाहिए।

कांग्रेस प्रवक्ता मनीष तिवारी ने गुरुवार को कहा कि गुजरात के मुख्यमंत्री रहते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 23 जून 2013 को ट्विटर पर कर रुपए में गिरावट को लेकर कांग्रेस पर तीखा हमला किया था। उन्होंने कहा था  कि कांग्रेस पार्टी और रुपए के बीच प्रतिस्पर्धा चल रही है कि कौन कितना गिर सकता है। उस समय रुपया डॉलर के मुकाबले लगभग 59 रुपए के स्तर पर था। उन्होंने कहा कि पांच साल बाद रुपए की स्थिति उस समय से भी ज्यादा खराब हो गयी है। डॉलर के मुकाबले रुपए की कीमत 69 रुपए से ज्यादा के स्तर पर चली गयी है।

सामान्यत: माना जाता है कि रुपया अर्थव्यवस्था का दर्पण होता है। इसके कमजोर होने पर माना जाता है कि अर्थव्यवस्था चरमरा रही है और मजबूत होने से यही अनुमान लगाया जाता है कि देश की अर्थव्यवस्था अच्छी है। उन्होंने कहा कि इस समय रुपया सबसे कमजोर स्थिति में पहुंच चुका है और इससे साफ है कि देश की अर्थव्यवस्था बहुत खराब स्थिति में पहुंच गयी है। सरकार को रुपए के गिरने का कारण देश की जनता को बताना चाहिए।

रुपये में नहीं थम रहा गिरावट का दौर
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि रुपया रिकार्ड स्तर तक गिर चुका है और गिरावट का दौर थम नहीं रहा है। उन्होंने मोदी के अंदाज में ही कहा कि रुपया हर दिन गिरावट का नया कीर्तिमान बना रहा है जिसे देखकर लगता है कि भारतीय जनता पार्टी और रुपए में प्रतिस्पर्धा चल रही है कि कौन कितना ज्यादा गिर सकता है।

तिवारी ने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था खराब स्थिति में है और इसकी बड़ी वजह वित्त मंत्रालय है। केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली ब्लॉग लिखने में ही लगे हुए हैं। वित्त मंत्रालय के माहौल तथा आर्थिक स्तर पर कुप्रबंधन होने का खामियाजा देश की अर्थव्यवस्था को भुगतना पड़ रहा है।  उन्होंने अर्थव्यवस्था की मजबूती के लिए सामाजिक सौहार्द को भी अनिवार्य बताया और कहा कि सामाजिक अस्थिरता तथा आर्थिक विकास साथ -साथ नहीं चल सकते। एक साल के दौरान देश के विभिन्न हिस्सों में 27 लोग सामाजिक बर्वरता के कारण मारे जा चुके हैं।

कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि सामाजिक साहौर्द ठीक होने से देश की जनता का विकास तंत्र पर बना रहता है और जब अस्थिरता का माहौल होता है तो यह विश्वास कम हो जाता है। उन्होंने कहा कि इस साल बैंकों में जमा राशि में कमी आयी है और इसके पीछे कहीं ना कहीं वे परिस्थितियां हैं जो अर्थव्यवस्था को प्रभावित करती हैं।

Related Story

Trending Topics

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!