Edited By shukdev,Updated: 05 Sep, 2019 12:07 AM
भारतीय चिकित्सा संघ (आईएमए) ने असम के चाय बागान में एक डॉक्टर पर हुए जानलेवा हमले की बुधवार को निंदा की और देश भर में अनिश्चितकालीन अवधि तक काम रोकने की धमकी दी। आईएमए ने कहा कि अगर केंद्र सरकार चिकित्सा पेशेवरों के खिलाफ हिंसा को रोकने के लिए कानून...
तियोक: भारतीय चिकित्सा संघ (आईएमए) ने असम के चाय बागान में एक डॉक्टर पर हुए जानलेवा हमले की बुधवार को निंदा की और देश भर में अनिश्चितकालीन अवधि तक काम रोकने की धमकी दी। आईएमए ने कहा कि अगर केंद्र सरकार चिकित्सा पेशेवरों के खिलाफ हिंसा को रोकने के लिए कानून लाने में विफल रही तो, देशभर में अनिश्चितकालीन अवधि तक काम को रोक दिया जाएगा। आईएमए के अध्यक्ष एवं तृणमूल कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य डॉक्टर शांतनु सेन ने यह बात कही।
आईएमए ने असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल से चाय बागान में एक चिकित्सक पर हुए जानलेवा हमले पर 24 घंटे के भीतर बयान जारी करने की भी मांग की। चिकित्सक पर चाय बागान के कमर्चारी के रिश्तेदारों ने हमला किया था, जिसके बाद उसकी अस्पताल में मौत हो गई । आईएमए के अध्यक्ष ने कहा, "चिकित्सकों पर हमले लगातार जारी हैं...बस अब बहुत हो चुका। अगर केन्द्र सरकार कानून नहीं लाती है और मुख्यमंत्री 24 घंटे के भीतर बयान नहीं देते हैं तो सरकार और पूरे देश को परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहना होगा।" शांतनु ने कहा कि आईएमए ने स्वास्थ्य पेशेवरों के खिलाफ हिंसा की जांच के लिए केन्द्रीय कानून लाने की तत्काल जरूरत को रेखांकित करते हुए प्रधानमंत्री, गृह मंत्री, स्वास्थ्य मंत्री और मुख्यमंत्री को पत्र भी लिखा है।
डॉक्टर चाय बागान मजदूरों को मुफ्त उपचार प्रदान करते थे। जोरहाट के उपायुक्त ने डॉक्टर पर जानलेवा हमले की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए हैं। इस बीच, असम सरकार ने बुधवार को राज्य के एक चाय बागान में 73 वर्षीय डॉ. देवेन दत्ता की हत्या के मामलों की सुनवाई के लिए एक त्वरित अदालत स्थापित करने का फैसला किया और इस घटना की जांच भी शुरू कर दी गई है। एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया कि मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने बुधवार को मारे गए डॉक्टर की पत्नी से फोन पर बात की और शोक संतप्त परिवार के सदस्यों के साथ अपनी संवेदनाएं व्यक्त की।