Edited By Punjab Kesari,Updated: 25 Sep, 2017 03:44 PM
मांसाहारी व्यंजन (मेमने के गोश्त) के विज्ञापन में भगवान गणेश को दिखाने पर आपत्ति जताते हुए और इसे हिंदू धर्म का ‘‘अपमान’’ बताते हुए ऑस्ट्रेलिया में हिंदूओं ने इस विवादित विज्ञापन के खिलाफ शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया...
मेलबर्नः मांसाहारी व्यंजन (मेमने के गोश्त) के विज्ञापन में भगवान गणेश को दिखाने पर आपत्ति जताते हुए और इसे हिंदू धर्म का ‘‘अपमान’’ बताते हुए ऑस्ट्रेलिया में हिंदूओं ने इस विवादित विज्ञापन के खिलाफ शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया। इस विज्ञापन में अन्य धर्मों के देवता और पैगंबर भी दिखाए गए हैं।
मीट ऐंड लाइवस्टॉक ऑस्ट्रेलिया (एमएलए) ने यह विज्ञापन इस महीने की शुरुआत में जारी किया था। इसके खिलाफ हिंदू समूहों ने शिकायत दर्ज करवाई थी जिसे ऑस्ट्रेलिया की विज्ञापन निगरानी संस्था ने खारिज कर दिया जिसके बाद यह विरोध प्रदर्शन किए गए। समुदाय के सदस्यों ने कल सिडनी, मेलबर्न और ब्रिस्बेन समेत ऑस्ट्रेलिया के कई शहरों में इस विज्ञापन के खिलाफ रैलियां आयोजित कीं।
ओवरसीज फ्रेंड्स ऑफ बीजेपी (ऑस्ट्रेलिया) के कुशाग्र भटनागर ने कहा कि ये प्रदर्शन भगवान गणेश के प्रति जागरूकता लाने के लिए किए गए। उन्होंने कहा, ‘‘ भगवान गणेश शाकाहारी हैं और उन्हें मेमने के गोश्त का नहीं बल्कि लड्डुओं का भोग लगाया जाता है।’’ मेलबर्न में प्रदर्शन के दौरान प्रदर्शनकारियों ने फेडरेशन स्क्वेयर में लोगों को लड्डू खिलाए।
सिडनी में लोगों ने अपनी नाराजगी जताते हुए मानव श्रृंखला बनाई। इंडियन फोरम ऑस्ट्रेलिया के अध्यक्ष निहाल आगर ने कहा कि विज्ञापन से हिंदुओं की भावनाओं को ठेस पहुंची है और ये प्रदर्शन एमएलए से निराशा, कुंठा और गुस्सा दिखाने के लिए किए गए।