Edited By Yaspal,Updated: 02 May, 2019 07:02 PM
इनकम टैक्स विभाग की टीम ने बेंगलुरू में एक ऑटो ड्राइवर के घर छापा मारकर उसकी सपत्ति का खुलासा किया है। इसके पास हजारों लाखों नहीं, बल्कि करोड़ों की संपत्ति मिली है। इनकम टैक्स अफसर इसलिए भी हैरान हैं क्योंकि ऑटो चालक ने 2 करोड़ रुपये का विला भी...
नेशनल डेस्कः इनकम टैक्स विभाग की टीम ने बेंगलुरू में एक ऑटो ड्राइवर के घर छापा मारकर उसकी सपत्ति का खुलासा किया है। इसके पास हजारों लाखों नहीं, बल्कि करोड़ों की संपत्ति मिली है। इनकम टैक्स अफसर इसलिए भी हैरान हैं क्योंकि ऑटो चालक ने 2 करोड़ रुपये का विला भी खरीदा है। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, 2 करोड़ का विला खरीदने वाले शख्स का नाम नलुरल्ली सुब्रमणी है। बताया जा रहा है कि नलुरल्ली सुब्रमणी ऑटो चलाता रहा। लेकिन अचानक उसके पास बेशुमार दौलत आ गई। उसने बेंगलुरु के पॉश इलाके में व्हाइटफील्ड में 2 करोड़ का विला खरीदा।
इस विला के खरीदते ही नलुरल्ली सुब्रमणी इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की नजर में आ गए। अफसर भी उनकी दौलत देखकर हैरान थे। इसके बाद इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की ओर से नलुरल्ली सुब्रमणी को एक नोटिस भेजा गया, जिसका उन्होंने जवाब नहीं दियातो 16 अप्रैल को डिपार्टमेंट ने उसके विला पर छापा मारा।
वहीं, नलरुल्ली सुब्रमणी का तर्क भी हैरान करने वाला है। उसका कहना है कि एक अमेरिकी महिला के कारण उसकी किस्मत बदल गई। उसने महिला को कभी विला किराए पर दिलवाया था। लेकिन जब वो महिला विला छोडकर गई तो उसने करोड़ों की दौलत उसके नाम कर दी। इसके बाद उसने ऑटो चलाना छोड़ दिया। सुब्रमणी का कहना है कि उसे इस मामले में फंसाया जा रहा है। कुछ प्रॉपर्टी डीलर उसकी तरक्की से खुश नहीं हैं, इसलिए उसे फंसाया जा रहा है।
डेक्कन क्रॉनिकल की खबर के अनुसार, कथित रूप से सुब्रमणी ने इस डील के लिए पूरी रमक कैश में दी थी। बताया यह भी जा रहा है कि ड्राइवर के कुछ नेताओं से लिंग हैं क्योंकि इतनी बड़ी डील कैश करने के लिए लोग आमतौर पर लोन लेते हैं। रिपोर्ट में यह भी कहा गयाहै कि छापे के दौरान डिपार्टमेंट को कोई डॉक्यूमेंट और 7.9 करोड़ रुपए कैश भी मिला है, जिसके बाद प्रोहिबिशन ऑफ बेनामी प्रॉपर्टी ट्रांजैक्शन के तहत जट्टी इंजीनियरिंग प्राइवेट लिमिडेट को नोटिस भेजा गया है।
बताया जाता है कि ऑटो रिक्शा ड्राइवर सुब्रमणी अपना अलग से फाइनेंस बिजनेस चलाता था। वह ऑटो रिक्शा ड्राइवर को 10,000 तक के लोन बहुत ऊंचे ब्याज दरों पर देता था। यहीं नहीं, डेक्कन क्रॉनिकल की रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि वह एक गैंग से जुड़ा हुआ था, जो सरकारी प्रॉपर्टी पर कब्जा करके उसे ऊंचे दामों पर बेचते थे। पहले तो ड्राइवर नलुरल्ली सुब्रमणी का नाम बीजेपी कर्नाटक के जनरल सेक्रेटरी अरविंद लिंबावली के साथ जोड़ा जा रहा था। हालांकि, उन्होंने एक बयान जारी करके लिंबावली ने खुद को इस मामले से अलग कर लिया और कहा कि उन्हें राजनीतिक कारणों से इस मामले में घसीटा जा रहा है।