Edited By Punjab Kesari,Updated: 07 Mar, 2018 06:30 PM
अयोध्या मसले पर आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर के रुख से ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (AIMPLB) बेहद खफा है। मुस्लिम बोर्ड ने रामजन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद के कोर्ट के जरिये समाधान निकलने पर देश में सीरिया जैसे हालात बनने की श्री श्री की...
नई दिल्ली: अयोध्या मसले पर आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर के रुख से ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (AIMPLB) बेहद खफा है। मुस्लिम बोर्ड ने रामजन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद के कोर्ट के जरिये समाधान निकलने पर देश में सीरिया जैसे हालात बनने की श्री श्री की आशंकाओं को सुप्रीम कोर्ट और मुसलमानों के लिए धमकी करार दिया है।
इसके साथ ही मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने साफ कर दिया है कि वह अब भी इस विवादित मसले में कोर्ट का फैसला मानने के अपने रुख पर कायम है। बोर्ड के महासचिव मौलाना वली रहमानी के मुताबिक रविशंकर का यह बयान कि मुसलमान बाबरी मस्जिद पर दावा नहीं करे, क्योंकि कोर्ट के फैसले से देश में सीरिया जैसे हालात बन जाएंगे, तो यह देश की सुरक्षा पर हमला है।
उन्होंने कहा कि यह साफ तौर पर सुप्रीम कोर्ट और मुसलमानों दोनों के लिए बड़ी धमकी है। लेकिन, जहां तक बोर्ड का प्रशन है तो उसका नजरिया पहले से ही साफ है कि अयोध्या विवाद में कोर्ट का निर्णय सबको स्वीकार्य होगा। इसके साथ ही रहमानी ने सवाल उठाया कि अगर श्री श्री को देश में खून-खराबे का डर है तो उन्हें रहनुमाओं को जमा करके कोई हल निकालने के लिए आगे आना चाहिए, ताकि कोर्ट के फैसले के बाद साम्प्रदायिक संघर्ष ना हों।
बता दें कि अयोध्या में राम मंदिर केस की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट में चल रही है। इस बीच आर्ट ऑफ लिविंग के श्री श्री कोर्ट से बाहर बातचीत से हल निकालने का प्रयास कर रहे हैं। श्री श्री ने कल एआईएमपीएलबी को बाकायदा खत भी लिखा है, जिसमें इस मसले पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद के संभावित हालातों का जिक्र किया है। श्री श्री का मानना है कि आपसी बातचीत से ही देश में अमन-चैन कायम रह सकता है।