Edited By vasudha,Updated: 14 May, 2021 12:34 PM
भगवान केदारनाथ की पंचमुखी डोली ऊखीमठ के ओंकारेश्वर मंदिर से केदारनाथ धाम के लिए रवाना हो गई है। जयकारों, आर्मी की बैंड धुनों के साथ रवाना हुई यह डोली जैबरी, विद्यापीठ, गुप्तकाशी, नाला, नारायण कोटी, मैखण्डा यात्रा पड़ावों पर श्रद्धालुओं को आशीष देते...
नेशनल डेस्क: भगवान केदारनाथ की पंचमुखी डोली ऊखीमठ के ओंकारेश्वर मंदिर से केदारनाथ धाम के लिए रवाना हो गई है। जयकारों, आर्मी की बैंड धुनों के साथ रवाना हुई यह डोली जैबरी, विद्यापीठ, गुप्तकाशी, नाला, नारायण कोटी, मैखण्डा यात्रा पड़ावों पर श्रद्धालुओं को आशीष देते हुए प्रथम रात्रि प्रवास के लिए फाटा पहुंचेगी।
डोली के केदार प्रस्थान से पूर्व ओंकारेश्वर मंदिर में संपन्न हुई भैरवनाथ पूजा में सीमित पुजारियों, वेदपाठियों और देवस्थानम बोर्ड के अधिकारी-कर्मचारियों को शामिल होने की अनुमति दी गई। 15 मई को यह डोली गौरीकुंड और 16 मई को केदारनाथ धाम पहुंचेगी, 17 मई को सुबह पांच बजे भगवान केदारनाथ मंदिर के कपाट खोले जाएंगे।
इस वर्ष भगवान केदारनाथ के कपाट वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ 17 मई को ब्रह्म बेला पर प्रातः 5 बजे मेष लग्न में खोल दिए जाएंगे। इस दौरान उत्तराखंड सरकार की तरफ जारी की गई गाइडलाइन का पूरा ध्यान रखा गया। कोविड-19 के प्रसार को रोकने के उद्देश्य से इस वर्ष चारधाम यात्रा को स्थगित कर दिया है।