Edited By Punjab Kesari,Updated: 15 Nov, 2017 03:20 PM
राजस्थान के सवाई माधोपुर जिले में पूर्व संरपच की लापरवाही से खुले छोड़े गए बोरवेल में एक बच्चे के गिरने से उसकी मौत हो गई। पुलिस के अनुसार पनियाला गांव में पूर्व सरपंच रमेश मेहरा ने दो वर्ष पूर्व एक बोरवेल खुदवाया था जिसमें पानी नहीं निकलने पर उसने...
सवाईमाधोपुरः राजस्थान के सवाई माधोपुर जिले में पूर्व संरपच की लापरवाही से खुले छोड़े गए बोरवेल में एक बच्चे के गिरने से उसकी मौत हो गई। पुलिस के अनुसार पनियाला गांव में पूर्व सरपंच रमेश मेहरा ने दो वर्ष पूर्व एक बोरवेल खुदवाया था जिसमें पानी नहीं निकलने पर उसने पाईप और मोटर तो निकाल ली लेकिन गड्डे को खुला ही छोड़ दिया। मंगलवार को रमेश के पड़ोसी का बेटा अमन खेलता हुआ बोरवेल के गड्ढे में गिर गया। रातभर उसे निकालने का काम चलता रहा। आज सुबह 30 फीट की गहराई पर वह मिला। बोरवेल से निकालते ही बच्चे को सवाई माधोपुर अस्पताल ले जाया गया जहां उसे मृृत घोषित कर दिया गया।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में अमन की मौत बारह घंटे पहले हुई बताई। मृतक के पिता ने मलाना डूंगर थाने में पूर्व संरपच के खिलाफ बोरवेल को खुला छोड़ने से उसके बच्चे की मृत्यु का जिम्मेदार ठहराया है। बोरवेल करीब 230 फुट गहरा है और अमन 30 फुट की गहराई पर अटक गया था। रातभर बोरवेल में आक्सीजन भी दी गई ताकि बच्चे को सांस आती रहे लेकिन इतने लंबे रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद भी अमन को बचाया नहीं जा सका।