Edited By shukdev,Updated: 19 Oct, 2018 12:43 AM
महाराष्ट्र के पुणे के गैलक्सी केयर हॉस्पिटल में एक महिला ने अपनी मां के गर्भाशय से बच्ची को जन्म दिया है। दरअसल, 17 माह पहले महिला का गर्भाशय डैमेज हो गया था। इसके बाद महिला में उनकी मां का गर्भाशय ट्रांसप्लांट किया गया था। गुजरात निवासी मीनाक्षी...
मुंबई: महाराष्ट्र के पुणे के गैलक्सी केयर हॉस्पिटल में एक महिला ने अपनी मां के गर्भाशय से बच्ची को जन्म दिया है। दरअसल, 17 माह पहले महिला का गर्भाशय डैमेज हो गया था। इसके बाद महिला में उनकी मां का गर्भाशय ट्रांसप्लांट किया गया था। गुजरात निवासी मीनाक्षी ने तीन गर्भपात के बाद मां बनने का सपना ही छोड़ दिया था, लेकिन मेडिकल साइंस ने उनकी खोई हुई उम्मीद को पूरा किया। मीनाक्षी सिर्फ हिंदुस्तान ही नहीं, बल्कि एशिया की ऐसी पहली महिला हैं, जिन्होंने ट्रांसप्लांट हुए गर्भाशय से बच्चे को जन्म दिया है।
यह अपनी तरह का देश का दूसरा ऐसा ऑपरेशन था। ऐसा पहला ऑपरेशन भी एक दिन पहले ही किया गया था। बाद में गर्भवती महिला का डॉक्टर्स को इमरजेंसी में सिजेरियन करना पड़ा और उसने बच्ची को जन्म दिया। हालांकि, बच्ची समय से पहले पैदा हुई। 32 सप्ताह की प्रेग्नेंसी से बाद जन्मी बच्ची फिलहाल स्वस्थ है।
महिला को उसकी 45 वर्षीय मां ने अपना गर्भाशय डोनेट किया था। ट्रांसप्लांट का मामला होने के चलते प्रेग्नेंसी का पता चलने के बाद से ही महिला पुणे के अस्पताल की देख-रेख में थी। दरअसल, इस स्थिति में अंग का ट्रांसप्लांट होता है लेकिन सभी नर्व्स पहले की तरह नहीं जुड़ पातीं, इसलिए गर्भवती को लेबर पेन का पता नहीं चलता। इन्हीं कारणों से यह प्रक्रिया चुनौतीपूर्ण थी। अब मां और बच्ची दोनों स्वस्थ हैं और डॉक्टर भी इसे बड़ी कामयाबी मान रहे हैं।
ट्रांसप्लांट सर्जन शैलेश पुंटामबेकर ने बताया, "जन्म के समय बच्ची का वजन 1,450 ग्राम था। पिछला एक साल काफी चुनौतीपूर्ण रहा, लेकिन ट्रांसप्लांट के बाद सफलतापूर्वक स्वस्थ बच्ची का जन्म हुआ है। यह बच्ची अब देश और दुनिया को इस तरह अपने जन्म की शानदार कहानी सुनाएगी।"