Edited By ,Updated: 05 Apr, 2017 03:38 PM
अपनी जान को खतरें में डाल कर किसी और की जान बचाना बहुत ही साहस वाला काम है और जब ऐसा काम कोई बच्चा कर जाए तो यह और भी हैरानी की बात होगी।....
नई दिल्ली: अपनी जान को खतरें में डाल कर किसी और की जान बचाना बहुत ही साहस वाला काम है और जब ऐसा काम कोई बच्चा कर जाए तो यह और भी हैरानी की बात होगी। ऐसा ही एक मामला ओडिशा के केंद्रपाड़ा जिले के एक दूरदराज के गांव में सामने आया है जहां एक 6 वर्षीय बच्ची ने एक मगरमच्छ से अपनी सहपाठी की जान बचाकर साहस का परिचय दिया है। मौत के मुंह से बच निकलने वाली बसंती दलाई का एक सरकारी अस्पताल में उपचार चल रहा है। बंकुआला गांव में सरकार द्वारा संचालित प्राथमिक विद्यालय की पहली कक्षा की छात्रा ने डरावने अनुभव को याद करते हुये मगरमच्छ से जान बचाने वाली अपनी सहपाठी टिकी दलाई को धन्यवाद दिया। बसंती के सिर और जांघ पर चोट के कई निशान हैं लेकिन उसे खतरे से बाहर बताया गया है।
कैसे हुआ हादसा
दोनों बच्ची मंगलवार को जब गांव के तालाब में नहा रही थी तब अचानक से एक मगरमच्छ ने बसंती पर हमला कर दिया। स्थानीय निवासी प्रदीप कुमार ने बताया कि इसके बाद बसंती की सहपाठी एक बांस की लड़की उठाकर मगरमच्छ के सिर पर जोर से दे मारा। चोट से विचलित होकर मगरमच्छ बच्ची को छोड़कर पानी में वापस चला गया। वन विभाग के प्रभागीय वन अधिकारी ने बताया कि राज्य वन विभाग मगरमच्छ के हमले से घायल हुई लड़की उपचार में होने वाले खर्च का वहन करेगा, इसके अलावा विभाग संशोधित नियमों के तहत घायल हुई बच्ची के परिवार को मुआवजा राशि प्रदान करेगा।