Bangladesh Crisis: लोगों की जान बचाने में जुटे भारतीय डॉक्टर, 18-18 घंटे कर रहे काम

Edited By Yaspal,Updated: 06 Aug, 2024 09:15 PM

bangladesh crisis indian doctors busy saving lives working 18 18 hours

बांग्लादेश में रह रहे कई भारतीय डॉक्टरों ने हिंसा प्रभावित ढाका में ही रहकर लोगों की जान बचाने का अपना कर्तव्य निभाने का फैसला किया है, जबकि उनके अभिभावक उनकी सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं

नई दिल्लीः बांग्लादेश में रह रहे कई भारतीय डॉक्टर्स ने हिंसा प्रभावित ढाका में ही रहकर लोगों की जान बचाने का अपना कर्तव्य निभाने का फैसला किया है, जबकि उनके अभिभावक उनकी सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं। बांग्लादेश में मौजूद कई भारतीय डॉक्टर्स ने कहा कि ढाका के कई अस्पतालों में हताहतों की संख्या में अचानक हुई वृद्धि के कारण संसाधनों की कमी है और डॉक्टर्स पर अत्यधिक बोझ है। उन्होंने कहा कि वे "कर्तव्य की भावना" से प्रेरित हैं और अस्पतालों को मौजूदा संकट से निपटने में मदद करने का निर्णय किया है।

पुराने ढाका के एक अस्पताल से जुड़े श्रीनगर के एक डॉक्टर ने बताया, "हमारे सामने कई ऐसे मरीज आ रहे हैं जिन्हें छर्रे लगने, गोली लगने और चाकू से वार से घाव हैं। सोमवार रात प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच ताजा झड़पों के बाद हताहतों की संख्या में वृद्धि हुई है। संसाधनों की भारी कमी है और हम प्रतिदिन 17-18 घंटे काम कर रहे हैं।" सोमवार को शेख हसीना के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने और देश छोड़कर चले जाने के कुछ ही घंटे बाद पूरे बांग्लादेश में अराजकता की स्थिति पैदा हो गई, जिसके कारण हुई हिंसा में 100 से अधिक लोग मारे गए हैं।

गुजरात के एक अन्य डॉक्टर ने कहा, "हमारे माता-पिता हमारी सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं, लेकिन हमने डिग्री पूरी होने के समय लोगों के जीवन की रक्षा करने की शपथ ली थी। उनकी सेवा करना हमारा कर्तव्य है और इस कठिन समय में अस्पतालों को हमारी जरूरत है।" हालांकि डॉक्टरों ने कहा कि मंगलवार सुबह कर्फ्यू हटा लिया गया और दुकानें, व्यवसाय और अन्य प्रतिष्ठान धीरे-धीरे फिर से खुलने लगे जिससे स्थिति में सुधार हुआ है।

जम्मू कश्मीर के एक डॉक्टर और बांग्लादेश में भारतीय मेडिकल छात्रों के संघ के अध्यक्ष ने कहा, "मौजूदा स्थिति में विदेशी नागरिकों को कोई खतरा नहीं है। मैं पूरी तरह सुरक्षित महसूस कर रहा हूं। झड़पें प्रदर्शनकारियों और राजनीतिक संगठनों के बीच हैं। जो लोग मेरे जैसे विरोध प्रदर्शन का हिस्सा नहीं हैं उन्हें कोई सुरक्षा चिंता नहीं है। सोमवार तक कानून-व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं थी। हालांकि, मंगलवार को हालात सुधरे। हम सड़कों पर लोगों और कारोबारियों को अपना काम फिर से शुरू करते हुए देख रहे हैं।"

Related Story

Trending Topics

Afghanistan

134/10

20.0

India

181/8

20.0

India win by 47 runs

RR 6.70
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!