Edited By shukdev,Updated: 07 Aug, 2018 05:44 PM
बांग्लादेश से संचालित आतंकी संगठन जेएमबी के भारत के शीर्ष नेता को इस साल जनवरी में बिहार में बोधगया में दो बम की बरामदगी के मामले में एनआईए ने गिरफ्तार किया है। एजेंसी ने मंगलवार को बताया कि एनआईए टीम ने जमात उल मुजाहिद्दीन बांग्लादेश (जेएमबी) के...
बेंगलुरू : बांग्लादेश से संचालित आतंकी संगठन जेएमबी के भारत के शीर्ष नेता को इस साल जनवरी में बिहार में बोधगया में दो बम की बरामदगी के मामले में एनआईए ने गिरफ्तार किया है। एजेंसी ने मंगलवार को बताया कि एनआईए टीम ने जमात उल मुजाहिद्दीन बांग्लादेश (जेएमबी) के मोहम्मद जाहिद-उल इस्लाम उर्फ कौसर को सोमवार को रामनगर इलाके के पास उसके किराए के मकान से पकड़ा। एनआईए ने बताया कि मकान की तलाशी के दौरान कुछ इलेक्ट्रॉनिक उपकरण के अलावा विस्फोटक के कुछ ‘अवशेष’ मिले। एनआईए ने एक विज्ञप्ति में कहा है कि 38 वर्षीय इस्लाम बोधगया विस्फोटक मामले में सरगना था और उसके निर्देश पर उसके करीबी सहयोगी मुस्तफिजुर रहमान उर्फ शाहीन ने बम बनाया। यह बम 20 जनवरी को उस वक्त मिला जब दलाई लामा वहां आए थे। बाद में बम को निष्क्रिय कर दिया गया।
भारत में बर्दवान विस्फोट मामले में है वांछित
विज्ञप्ति में कहा गया, ‘वह भारत में जेएमबी (जमात उल मुजाहिद्दीन बांग्लादेश) का शीर्ष नेता और बर्दवान विस्फोट मामला और बांग्लादेश में भी कई अन्य मामले में वांछित है।’ इस्लाम को एनआईए के मामले में विशेष अदालत में पेश किया गया। उसे पांच दिन के ट्रांजिट रिमांड पर दिया गया। उसे पटना में एनआईए की विशेष अदालत के सामने पवेश किया जाएगा। स्थानीय पुलिस ने बताया कि इस्लाम रामनगर में अपनी दो पत्नियों के साथ रहता था। बोधगया की घटना के बाद वह झारखंड में कहीं छिपा हुआ था और बाद में रामनगर चला गया। पुलिस ने बताया कि वह पिछले दो महीने से किरायेदार के रूप में रह रहा था। एनआईए ने फरवरी में आईपीसी की धारा, गैर कानूनी गतिविधि (रोकथाम) कानून और विस्फोटक कानून के तहत प्राथमिकी दर्ज की थी।