Edited By Tanuja,Updated: 22 Feb, 2021 05:50 PM
बांगलादेशी नागरिकों द्वारा भारतीय पासपोर्ट पर विदेश जाने के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। यह गोरखधंधा देश की सुरक्षा के लिए खतरनाक साबित हो सकता है लेकिन सरकार की तरफ से इस तरफ कोई पुख्ता कदम नहीं उठाए गए हैं । जानकारी के अनुसार साइबर पुलिस...
इंटरनेशनल डेस्कः बांगलादेशी नागरिकों द्वारा भारतीय पासपोर्ट पर विदेश जाने के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। यह गोरखधंधा देश की सुरक्षा के लिए खतरनाक साबित हो सकता है लेकिन सरकार की तरफ से इस तरफ कोई पुख्ता कदम नहीं उठाए गए हैं । जानकारी के अनुसार साइबर पुलिस ने हैदराबाद की राजधानी तेलंगाना के निजामाबाद जिले में फर्जी दस्तावेजों के जरिए पासपोर्ट बनवाने वाले बांगलादेशी नागरिकों के अंतर्राष्ट्रीय गिरोह का भंडाफोड़ कर 8 लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इस बात की जांच की जा रही है कि गिरोह में और कितने लोग शामिल हैं ।
इसके अलावा चेन्नई एयरपोर्ट पर आव्रजन अधिकारियों ने यात्रियों के पासपोर्ट को स्कैन करते समय तिरुप्पुर के रहने वाले सोलीमन (29) का पासपोर्ट नकली पाए जाने पर उसे हिरासत में ले लिया। मामला सामने आने के बाद बांग्लादेशी नागरिक सोलीमन की फ्लाइट टिकट रद्द कर दी गई । जांच से पता चला कि उसका मूल नाम मियाक है और वह बांग्लादेश का नागरिक है। खुफिया अधिकारी यह पता लगाने के लिए पूछताछ कर रहे हैं कि उसके किसी आतंकी संगठन से संबंध हैं या नहीं। उससे पूछताछ जा रही है कि वह कब और कैसे भारत में दाखिल हुआ और कब तक वह तिरुप्पुर में रहा। मियाक को केंद्रीय अपराध शाखा के पासपोर्ट विंग को सौंप दिया गया। आगे की जांच जारी है।
इससे पहले भी बांगलादेशा नागरिकों द्वारा भारत के नकली पासपोर्ट और आधार कार्ड का इस्तेमाल कर विदेश जाने के कई मामले सामने आ चुके हैं। कुछ माह पहले भी इजीआइ एयरपोर्ट थाना पुलिस ने दुबई से भारतीय पासपोर्ट पर दिल्ली आयी बांग्लादेशी महिला को गिरफ्तार किया गया था । उसकी पहचान फरजाना इस्लाम के रूप में हुई थी। मूल रूप से बांग्लादेश की रहने वाली महिला ने पश्चिम बंगाल से फर्जी तरीके से आधार कार्ड और पासपोर्ट इत्यादि बनवाया था।
फरिया प्रवीण नाम की महिला भारतीय पास पर आइजीआईपोर्ट से 12 अक्टूबर को दुबई गई थी। उसके पास टूरिस्ट वीजा था लेकिन ब्लैक लिस्ट में उसका नाम होने के कारण यूएई इमिग्रेशन ने उसे टर्मिनल से बाहर जाने से रोक दिया था। बाद में एयर इंडिया एक्सप्रेस की उड़ान से 14 अक्टूबर की रात महिला को वापस दिल्ली डिपोर्ट कर दिया था।