Edited By shukdev,Updated: 11 Jan, 2020 10:09 PM
पाकिस्तान की बार्डर एक्शन टीम (बीएटी) पर एक कुली का सिर कलम करने और उसे अपने साथ ले जाने का संदेह है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि शुक्रवार को पुंछ जिले में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर कुली सहित दो लोगों की हत्या कर दी गई थी।...
जम्मू: पाकिस्तान की बार्डर एक्शन टीम (बीएटी) पर एक कुली का सिर कलम करने और उसे अपने साथ ले जाने का संदेह है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि शुक्रवार को पुंछ जिले में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर कुली सहित दो लोगों की हत्या कर दी गई थी। उन्होंने बताया कि यह पहला मौका है जब किसी असैन्य व्यक्ति का बीएटी ने सिर कलम किया। हालांकि, सुरक्षा बलों के साथ अतीत में इस तरह की घटनाएं हुई हैं। बीएटी में पाकिस्तानी थल सेना के नियमित कर्मी और आतंकवादी शामिल हैं।
मोहम्मद असलम (28) को क्षत विक्षत कर दिया गया और उनका सिर भी नहीं है। पाकिस्तान द्वारा यह हत्या किए जाने के बारे में पूछे जाने पर थल सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे ने शनिवार को कहा कि पेशेवर सेनाएं इस तरह के बर्बर कृत्य का सहारा नहीं लेती और इस तरह की स्थिति में उनके साथ एक सैन्य तरीके से उपयुक्त रूप से निपटा जाएगा।
एक रक्षा प्रवक्ता ने इससे पहले कहा था कि पाकिस्तानी थल सेना द्वारा एक मोर्टार का गोला दागे जाने पर गुलपुर सेक्टर के कसालियन गांव के दोनों बाशिंदें, असलम और अलताफ हुसैन (23) की मौत हो गई, जबकि तीन अन्य घायल हो गए। यह हमला सेना के कुलियों के समूह को निशाना बना कर किया गया था जो शुक्रवार को एलओसी के पास स्थित अग्रिम इलाके में सैनिकों के लिए सामान लेकर जा रहे थे। हालांकि, अधिकारियों ने शनिवार को कहा कि एक कुली के शव में सिर नहीं है और समझा जा रहा है कि उसे बीएटी अपने साथ ले गया।
पुलिस अधिकारी ने बताया,‘असलम का शव जब पुलिस को कानूनी औपचारिकताएं पूरी करने के लिए सौंपा गया तब वह बगैर सिर का था। दोनों कुलियों का शव उनके परिवार को सौंपा गया है तथा उनका अंतिम संस्कार शुक्रवार शाम उनके गांव में किया गया।' उन्होंने बताया कि घायल कुलियों -मोहम्मद सलीम (24), मोहम्मद शौकत (28) और नवाज अहमद (35) का अस्पताल में इलाज चल रहा है और उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है।
सेना दिवस पर दिल्ली में संवाददाता सम्मेलन में जनरल नरवणे ने इस घटना के बारे में पूछे जाने पर कहा,‘हम इस तरह की स्थिति से एक सैन्य तरीके से उपयुक्त रूप से निपटेंगे।' उन्होंने कहा कि थल सेना एलओसी पर खुद को सर्वाधिक पेशेवर और नैतिक तरीके से संचालित करती है।‘पेशेवर सेनाएं कभी इस तरह के बर्बर कृत्य का सहारा नहीं लेती।'