Edited By Tanuja,Updated: 27 Aug, 2019 03:38 PM
कश्मीर से आर्टिकल 370 हटने के बाद पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) के चेयरमैन बिलावल भुट्टो जरदारी पहली बार इस मामले में खुलकर बोले और जमकर कर इमरान खान सरकार को कोसा...
इस्लामाबादः कश्मीर से आर्टिकल 370 हटने के बाद पाकिस्तान में अब PoK को लेकर बवाल मचा हुआ है। पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) के चेयरमैन बिलावल भुट्टो जरदारी पहली बार इस मामले में खुलकर बोले और जमकर कर इमरान खान सरकार को कोसा । बिलावल भुट्टो ने मंगलवार को कश्मीर मसले पर इमरान खान को नाकाम बताते हुए मीडिया से कहा- पहले हम भारत से श्रीनगर छीन लेने की बात करते थे, लेकिन अब हालात ये हो गए हैं कि हमें मुजफ्फराबाद बचाने के लाले पड़ गए हैं । PPP चेयरमैन ने एक बार फिर प्रधानमंत्री इमरान खान और फौज पर तंज कसा। कहा- इमरान खान इलेक्टेड नहीं सिलेक्टेड PM हैं। सिलेक्टेड और सिलेक्टर्स से मुल्क की जनता अब जवाब मांग रही है। POK जाने से डरे बिलावल ने कहा कि हमें कश्मीर को छोड़ श्रीनगर में मुज्जफराबाद बचाने के बारे में सोचना होगा।
इमरान सोते रहे, मोदी कश्मीर ले उड़े
इस्लामाबाद में पार्टी की एक अहम मीटिंग के बाद बिलावल ने मीडिया से कहा, “अब देश के सामने ये बात साफ हो गई है कि ये (इमरान खान) सरकार जितनी नाकाम साबित हुई है, पहले कोई हुकूमत इतनी नाकाम नहीं हुई। आपने लोकतंत्र के साथ जो किया, उसे हमने बर्दाश्त कर लिया। आपने अर्थव्यवस्था तबाह कर दी, हमने वो भी सहन कर लिया। आप सोते रहे और जब जागे तो विरोधियों को दबाने के लिए। आप सोते रहे और मोदी ने कश्मीर छीन लिया। पहले हमारी कश्मीर पॉलिसी क्या होती थी? हम प्लान बनाते थे कि श्रीनगर कैसे लेंगे? अब सिलेक्टेड PM खान की वजह से यह हालात हो गए हैं कि सोचना ये पड़ रहा है कि हम मुजफ्फराबाद कैसे बचाएंगे?”
महंगाई की सुनामी में डूबा पाकिस्तान
भुट्टो ने आगे कहा, “क्या है हमारी फॉरेन पॉलिसी? क्या है हमारी आर्थिक नीति? ये होता है नतीजा जब एक सिलेक्टेड (फौज) एक शख्स को सिलेक्ट (इमरान) को बैठाती है। यह सिलेक्टेड आदमी अपने सिलेक्टर्स को खुश रखने के फेर में मुल्क को तबाह कर देता है। अवाम महंगाई की सुनामी में डूब रही है। कश्मीर हमारे हाथों से चला गया। सवाल ये है कि हम अपराधी किसे ठहराएं? सिलेक्टेड को या सिलेक्टर्स को? कोई भी क्षेत्र देख लीजिए। हर जगह ये कठपुतली (इमरान) नाकाम हुई है। अब हम दोनों से हिसाब लेंगे।” देश की जनता महंगाई की सुनामी में डूब रही है। कश्मीर भी हमारे हाथों से निकल गया। अब यहां सवाल यह उठता है कि हम किसे दोषी ठहराएं? सिलेक्टेड व्यक्ति को या सिलेक्टर्स को? देश में कोई भी क्षेत्र देख लीजिए। हर जगह कठपुतली(इमरान) नाकाम हुई है। अब हम दोनों से हिसाब लेंगे।
मुजफ्फराबाद क्यों है खास
- बता दें कि मुजफ्फराबाद पाक-अधिकृत कश्मीर( PoK) के आज़ाद कश्मीर क्षेत्र की राजधानी और मुख्यालय है।
- यह शहर मुजफ्फराबाद ज़िले का भाग है और झेलम व किशनगंगा (जिसे पाकिस्तान में नाम बदलकर अब 'नीलम नदी' कहते हैं) नदियों के किनारे बसा है। मुजफ्फराबाद जिले के पश्चिम में ख़ैबर-पख़्तूनख़्वा प्रान्त, पूर्व में नियंत्रण रेखा के दूसरी ओर भारत द्वारा नियंत्रित कश्मीर के कुपवाड़ा और बारामुला जिले और उत्तर में आजाद कश्मीर का नीलम जिला स्थित है।
- 1998 की जनगणना के अनुसार मुजफ्फराबाद की जनसंख्या 725,000 थी, तथा 1999 के एक अनुमान के अनुसार यह जनसंख्या बढ़ कर लगभग 741,000 हो गई थी।
- मुजफ्फराबाद जिले में तीन तहसील और मुजफ्फराबाद शहर शामिल है। पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद और रावलपिंडी से इस की दूरी 138 किलोमीटर जबकि एबटाबाद से इस का फासला 76 किलोमीटर है।