Edited By shukdev,Updated: 13 Jun, 2019 11:39 PM
पश्चिम बंगाल में एक जूनियर डॉक्टर से बुरी तरह मारपीट के बाद तीन दिन से हड़ताल कर रहे जूनियर डॉक्टरों की मांगों का तत्काल कोई समाधान नहीं होता देख नील रतन सिरकार मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल ;एनआरएसएमसी के प्राचार्य ....
कोलकाता : पश्चिम बंगाल में एक जूनियर डॉक्टर से बुरी तरह मारपीट के बाद तीन दिन से हड़ताल कर रहे जूनियर डॉक्टरों की मांगों का तत्काल कोई समाधान नहीं होता देख नील रतन सिरकार मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल ;एनआरएसएमसी के प्राचार्य तथा अधीक्षक सह उप प्राचार्य ने गुरुवार की रात अपने पदों से इस्तीफा दे दिए । मेडिकल कॉलेज में जारी संकट का समाधान करने में असमर्थ होने पर खेद व्यक्त करते हुए एनआरएसएमसी के प्राचार्य शैबाल कुमार मुखर्जी और अधीक्षक सौरभ चट्टोपाध्याय ने अपने इस्तीफे स्वास्थ्य विभाग को भेज दिए। सरकारी अस्पतालों में गतिरोध जारी है जबकि पूरे राज्य में जारी जूनियर डॉक्टरों के हड़ताल पर छह संगठनों ने एकजुटता व्यक्त की है।
संगठनों के मुताबिक आंदोलन को समाप्त करने और रोगियों का इलाज जारी रखने की राज्यपाल केसरी नाथ त्रिपाठी की अपील के बावजूद वे कल भी आंदोलन में शामिल होंगे। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का चार घंटे का अल्टीमेटम मिलने और एस्मा लगाने की चेतावनी के बाद जूनियर डॉक्टरों का छह सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल आज अपराह्न त्रिपाठी से मिला तथा उनसे हस्तक्षेप की अपील की। उन्होंने राज्यपाल से मुलाकात के बाद कहा कि उनकी मांगें स्वीकार कर लिए जाने के तुरंत बाद वे ड्यूटी पर जाने के लिए तैयार हैं। प्रतिनिधिमंडल के एक सदस्य ने कहा कि हम चाहते हैं कि सरकारी अस्पतालों में ड्यूटी के दौरान सशस्त्र पुलिसकर्मी तैनात रहें और जो लोग डॉक्टरों के साथ मारपीट करते हैं उनके खिलाफ कड़ी कारर्वाई करें। हम चाहते हैं कि दोषियों की गिरफ्तारी के लिए गैर जमानती वारंट जारी किया जाए।