Edited By vasudha,Updated: 22 Dec, 2020 03:58 PM
अगले साल होने वाले पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव को लेकर बीजेपी की युद्ध स्तर पर तैयारी चल रही है। कभी वामपंथ का गढ़ रहा और फिर ममता बनर्जी का दुर्ग बने बंगाल में कमल खिलाने की कोशिशों में लगे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह एक बार फिर कोलकाता का दौरा...
नेशनल डेस्क: अगले साल होने वाले पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव को लेकर बीजेपी की युद्ध स्तर पर तैयारी चल रही है। कभी वामपंथ का गढ़ रहा और फिर ममता बनर्जी का दुर्ग बने बंगाल में कमल खिलाने की कोशिशों में लगे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह एक बार फिर कोलकाता का दौरा करने जा रहे हैं। वह 12 जनवरी को हावड़ा में एक जनसभा को संबोधित करेंगे।
अगले साल करेंगे बंगाल के कई दौरे
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अमित शाह नए साल से हर महीने में से एक सप्ताह बंगाल में बिताएंगे। इस दौरान वह चुनाव प्रचार से लेकर तमाम रणनीतियों की रूपरेखा तैयार करेंगे। दरअसल 12 जनवरी को स्वामी विवेकानंद की जयंती के अवसर पर भाजपा की ओर से बड़ा कार्यक्रम करने की योजना है। अमित शाह इस मौके पर हावड़ा में एक जनसभा को भी संबोधित करेंगे।
इसी हफ्ते बंगाल में गरजे थे शाह
गृह मंत्री ने इसी हफ्ते पश्चिम बंगाल के दो शहरों का दौरा किया था। इस दौरान उन्होंने दावा किया था कि भगवा दल 200 से ज्यादा सीटें हासिल कर अगली सरकार का गठन करेगा।शाह का रोड शो बंगाली संस्कृति और साहित्य के प्रतीक रवींद्रनाथ टैगोर से जुड़े बोलपुर की सड़कों से गुजरा था। अपने दौरे में शाह ने पश्चिम बंगाल में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के काफिले पर हमले का हवाला दिया और राज्य में कानून एवं व्यवस्था के मुद्दे पर ममता बनर्जी सरकार की खिंचाई की।
ममता पर गरजे थे शाह
शाह ने आरोप लगाया था कि ममता बनर्जी और सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस राज्य सरकार की विफलताओं से जनता का ध्यान हटाने के लिए ‘बाहरी-भीतरी' के मुद्दे को उठा रही हैं। केंद्रीय मंत्री ने कहा था कि पश्चिम बंगाल में यदि भाजपा सत्ता में आती है तो कोई माटी का लाल ही मुख्यमंत्री बनेगा।